देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। कोविड की दूसरी लहर का सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र हुआ है। राज्य में सबसे अधिक केस सामने आ रहे हैं। इस बीच एक बुरी खबर सामने आई है। प्रदेश में कोरोना मासूम बच्चों को भी अपने चपेट में ले रहा है। महाराष्ट्र में बीते 43 दिनों में दस साल से कम आयु के 76 हजार 401 बच्चे पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं एक जनवरी 2021 से 12 मई तक दस वर्ष के नीचे 1,06,222 बच्चे संक्रमित हुए हैं।
बढ़ते केस को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों ने तैयारियां शुरू कर दी है। नवजातों के लिए आईसीयू बनाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में बीते वर्ष 67 हजार 110 बच्चे कोविड से संक्रमित हुए हैं। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक हो सकती हैं। ऐसे में उद्धव सरकार पहले से अलर्ट हो हो गई है। वहीं तैयारी में जुट गई है। राज्य के चिकिस्तकों ने कहा कि करीब 70 प्रतिशत बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन एंटीबॉडी पॉजिटिव है।
वहीं राज्य में म्यूकरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इससे अब तक 52 मरीजों की मौत हो चुकी है। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल कोरोना का संक्रमण शुरू होने के बाद से अब तक राज्य में 52 मरीजों की ब्लैक फंगस से जान जा चुकी है। ये सभी मरीज कोरोना संक्रमण से उबर गए, लेकिन ब्लैक फंगस के आगे हार गए। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने पहली बार इससे होने वाली मौतों की सूची बनाई है। इस बीच, पुणे जिले में ब्लैक फंगस के करीब 270 मामले आने के बाद सरकार के एक कार्यबल ने अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की है।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 39932 नए केस सामने आए हैं। वहीं 53249 की अस्पतालों से छुट्टी हुई व 695 लोगों ने दम तोड़ दिया है। कुल मामले 53,09,215 हैं और 47,07,980 मरीजों ने कोविड को हरा दिया है। संक्रमण से 79,552 की मौत हुई है। एक्टिव केस 5,19,254 है। इधर महाराष्ट्र शहर में पिछले 24 घंटे में 1657 नए मामले सामने आए हैं। जबकि 2572 रिकवर और 62 की मृत्यु हुई हैं।