देवास के गांवों में जनता कर्फ्यू में बन रही कच्ची शराब

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इंदौर।

कोरोना महामारी में जनता कर्फ्यू लगा हुआ है, लेकिन अवैध धंधे करने वालों के लिए यह कर्फ्यू सहूलियत बन गया है। इसी सहूलियत का फायदा उठाकर इंदौर और देवास जिले की सीमा पर देवास जिले के पीपल्या गांव में कुछ लोग कच्ची शराब बनाकर बेच रहे हैं। इसमें इंदौर जिले की सांवेर तहसील के कई लोग पीपल्या जाकर शराब ला रहे हैं। शराब की शासकीय दुकानें बंद होने से पीने वालों को अब यह एक ठिकाना मिल गया है, लेकिन यह शराब जहरीली हुई ताे कोरोना के बीच एक बड़ा हादसा हो सकता है।
बताया जाता है कि प्रशासन को शिकायत मिली थी कि सांवेर तहसील के भौंडवास गांव के कई लोग सीमावर्ती देवास जिले से मोटर साइकिल पर कच्ची शराब लेकर आते हैं व खुलेआम पीते हैं। इस तरह क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा खूब फलने-फूलने लगा है। कुछ लोगों ने अधिकारियों को बताया कि भौंडवास गांव में कोरोना के केस नहीं हैं, लेकिन जो लोग बाहर से शराब ला रहे हैं, उनके कारण गांव में संक्रमण भी फैल सकता है।

इस सूचना पर तीन दिन पहले एसडीएम रवीश श्रीवास्तव और उनके दल ने रात में छापामार कार्रवाई की। इसमें आबकारी विभाग के अधिकारी भी थे। भौंडवास से देवास जिले के गांवों की ओर जाने वाले रास्ते पर देखा तो एक-एक कर लोग शराब के पाउच लेकर आ रहे थे। इसमें कच्ची शराब भरी हुई थी। एसडीएम ने करीब 9 लोगों को पकड़ा और धारा-151 के तहत जेल भेज दिया। एसडीएम श्रीवास्तव ने बताया कि यह शराब देवास की सीमा से लाई जा रही है। वहां के कुछ गांवों में यह अवैध धंधा फैल रहा है। इसे रोकने के लिए देवास के एसडीएम से भी बात की जाएगी।

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