कराची पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में पहली बार कोई हिंदू महिला असिस्टेंट कमिश्नर बनी है। उन्होंने वहां की सेंट्रल सुपीरियर सर्विस 2020 (CSS) परीक्षा को पास कर लिया है। अब उनका सिलेक्शन पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा के लिए हो गया है।
सिंध प्रांत के शिकारपुर जिले की रहने वाली सना रामचंद ने ये उपलब्धि हासिल की है। सना ने पाकिस्तान की मीडिया को बताया,’ मैं बहुत खुश हूं। लेकिन हैरान नहीं, क्योंकि मुझे बचपन से सफल होना पसंद है। मैं इस चीज की आदी हो चुकी हूं।’
इसके अलावा सना ने बताया कि जब वे स्कूल में थीं, तो वहां भी टॉप ही करती थीं। कॉलेज और फेलो ऑफ कॉलेज ऑफ फिजिशियन एंड सर्जन्स (FCPS) की परीक्षा में टॉपर थीं, इसलिए उनका ख्याल भी CSS की परीक्षा को लेकर ऐसा ही रहा।
सना ने बताया कि उन्होंने घर के एक कमरे में रहकर परीक्षा की तैयारी की थी। हालांकि, कराची में एक कल्याणकारी CSS संस्था में इंटरव्यू की प्रैक्टिस की थी।
कौन हैं सना रामचंद
सना पाकिस्तान के हिंदू आबादी वाले सिंध प्रांत के शिकारपुर जिले में रहती हैं। वे पेशे से डॉक्टर हैं। उन्होंने सिंध प्रांत के चंदका कॉलेज से MBBS की डिग्री हासिल की है। फिलहाल, वे कराची के सिविल हॉस्पिटल में जॉब कर रही हैं।
138 महिलाओं ने CSS-2020 की परीक्षा पास की है
पाकिस्तान की इस प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा में लड़कियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के चितराल शहर में रहने वाली शाजिया इशक पहली PSP (पाकिस्तान पुलिस सेवा) अधिकारी बनी हैं। इस बार का पासिंग प्रतिशत 1.96 रहा है। यह पिछले साल से भी कम है। इसबार 18,552 परीक्षार्थियों ने लिखित परीक्षा दी थी। इसमें 374 लोगों का चयन हुआ। इनमें 138 महिला उम्मीदवार शामिल हैं।