श्री लंका में रविवार को हुए धमाकों में मरनेवालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। उधर, सोमवार को बड़ी संख्या में डेटोनेटर मिलने से इस बात की आशंका बढ़ गई है कि देश में खतरा अभी टला नहीं है।
- लंका में 8 बम धमाकों में अब तक 290 लोगों की मौत
- 500 से भी ज्यादा हुए घायल, कई लोगों की हालत गंभीर
- आज रात से इमर्जेंसी, आतंक के खिलाफ ऐक्शन की तैयारी
- चर्च के पास धमाका और 87 डेटोनेटर मिलने से हड़कंप
श्री लंका में रविवार को हुए 8 सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद भी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। सोमवार को कोलंबो में एक चर्च के पास वैन में जोरदार धमाका हो गया। बताया जा रहा है कि यह ब्लास्ट उस समय हुआ जब बम निरोधक दस्ते के अधिकारी उसे निष्क्रिय करने की कोशिश कर रहे थे। धमाके के बाद की तस्वीरें भी सामने आईं हैं, जिसमें वैन के मलबे से आग की लपटें उठती दिखाई दे रही है। आसपास गाड़ी के परखच्चे फैले दिखते हैं। इतना ही नहीं, सोमवार को ही कोलंबो में एक बस स्टेशन के पास 87 बम डेटोनेटर भी बरामद किए गए हैं। ऐसे में साफ है कि इन धमाकों के पीछे बड़ी साजिश रची गई थी। पूरे देश में सुरक्षाबल और तमाम एजेंसियां हाई अलर्ट हैं। पुलिस अब इन हमलों की कड़ियों को जोड़ने में लगी है।
पुलिस ने बताया कि पेट्टा इलाके में सेंट्रल कोलंबो बस स्टेशन पर बड़ी संख्या में बम डेटोनेटर मिले हैं। शुरुआत में 12 बम डेटोनेटर मिले थे लेकिन ज्यादा छानबीन करने के बाद 75 और डेटोनेटर बरामद किए गए। ऐसे में स्थानीय लोगों में खौफ पैदा हो गया है। लोग बाहर निकलने और आसपास की चीजों को लेकर काफी डरे हुए हैं। पुलिस प्रशासन भी सघन जांच अभियान कर बम या संदिग्ध चीजों की जांच कर रहा है।
आपको बता दें कि रविवार को ईस्टर पर चर्च और लग्जरी होटल के सामने आठ अलग-अलग बम विस्फोट हुए थे, जिसमें 290 लोगों की मौत हो गई। श्रीलंका में सबसे भीषण विस्फोट में कोलंबो में सेंट ऐंथनी चर्च, नेगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टीकालोआ में जिओन चर्च को निशाना बनाया गया। कोलंबो में तीन फाइव स्टार होटल- शांगरी ला, कीनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी में भी विस्फोट हुआ था।
उधर, श्री लंका सरकार ने सुरक्षाबलों को अलर्ट करते हुए आज रात से आपातकाल लगाने की घोषणा की है। सरकार की तरफ से पहली बार इन हमलों के लिए किसी संगठन का नाम भी लिया गया है। सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्थानीय इस्लामी आतंकी संगठन नैशनल तौहीद जमात (NTJ) का इन धमाकों में हाथ हो सकता है।
धमाकों में 7 आत्मघाती हमलावर शामिल
अधिकारियों ने बताया है कि ईस्टर संडे को हुए धमाकों में 7 आत्मघाती हमलावर शामिल थे, जो एक इस्लामी आतंकवादी संगठन के सदस्य हो सकते हैं। किसी भी संगठन ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन पुलिस ने 24 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से ज्यादातर एक ही ग्रुप के सदस्य बताए जा रहे हैं। इन धमाकों में 6 भारतीय नागरिकों की भी जान चली गई।
सरकार के प्रवक्ता राजीथा सेनारत्ने ने कहा कि सभी आत्मघाती हमलावर श्री लंका के नागरिक हो सकते हैं। फिलहाल इस बात की जांच की जा रही है कि इन हमलावरों को अंतरराष्ट्रीय मदद तो नहीं मिली थी। उन्होंने इंटरनैशनल लिंक होने की आशंका भी जताई। आज रात से आपातकाल लागू करने के पीछे सरकार ने आतंकवाद को टारगेट करने की बात कही है।
एक सरकारी बयान में कहा गया, ‘आपातकाल आतंक विरोधी अभियानों तक सीमित होगा। जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम पुलिस और तीनों बलों को अधिकार देने के लिए उठाया जा रहा है।’ श्री लंका सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।