राहुल गांधी ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में ‘चौकीदार चोर है’ नारे पर सफाई देते हुए कहा कि ऐसा चुनावी जोश में कहा दिया, फिर नहीं कहेंगे। लेकिन सोमवार को ही अमेठी रैली में राहुल ने यही नारा भीड़ से लगवाया।
- अमेठी में राहुल बोले, एक नया नारा है, इसके बाद भीड़ से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाए
- राहुल ने मोदी पर अमेठी में चलाई जा रही योजनाओं को बंद करवाने का आरोप भी लगाया
- सोमवार सुबह राहुल ने सुप्रीम कोर्ट में ‘चौकीदार चोर है’ वाले नारे पर अफसोस जताया था
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल खरीद मामले में सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दिए अपने ‘चौकीदार चोर है’ बयान पर सोमवार को खेद जताया। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने चुनावी जोश में ऐसा कह दिया था। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद राहुल ने अमेठी के तिलोई में आयोजित रैली में फिर से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे भी लगवा दिए।
अपने भाषण में राहुल ने अमेठी की जनता से कहा, ‘पिछले पांच साल में चौकीदार ने आपसे चुराया है। उन्होंने फूड पार्क छीना, अस्पताल छीना, स्कूल छीना जो आपका था, तिलोई का था। मेरी सरकार आई तो आपको दोगुना वापस दूंगा।’
‘मोदी से डरती है मीडिया‘
राहुल ने आगे कहा, ‘ये देखिए प्रेसवाले हंस रहे हैं। हंसी आ रही है इनको। मैं आपको बताता हूं इन्हें हंसी क्यों आ रही है। हंसी इसलिए आ रही है क्योंकि इन्होंने अपने मन की बात कह दी तो इनको दो डंडे पड़ेंगे। नरेंद्र मोदी जी मारेंगे। मगर इनको दिन भर नरेंद्र मोदी जी के मन की बात कैमरे से लेनी पड़ती है। इसलिए इनको हंसी आ रही है।’ मीडिया से राहुल ने कहा, ‘ घबराइए मत 2019 के बाद आपको जो लिखना हो लिख लेना। हमारे खिलाफ भी लिख लेना हमें फर्क नहीं पड़ता। हम सचाई की लड़ाई लड़ने वाले हैं।’
‘न्याय से आएगा रोजगार’
राहुल गांधी ने मोदी की आलोचना करते हुए कहा, ‘न्याय के जरिए हम पांच करोड़ परिवारों को लाखों करोड़ देंगे। मोदी ने पंद्रह लोगों को लाखों करोड़ रुपये दिए। नरेंद्र मोदी ने जीएसटी, नोटबंदी लागू किया। आपकी जेब से पैसा निकला। वह उन चोरों के हाथ लग गया, विदेश चला गया। आपकी जेब से पैसा गया तो आपने माल खरीदना बंद किया, फैक्ट्रियों ने माल बनाना बंद किया, मालिकों ने लोगों को निकाल दिया। इस समय 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है।’
राहुल का कहना था कि न्यूनतम आय योजना (न्याय) के जरिए हर महीने 6 हजार रुपये आने से लोग सामना खरीदना शुरू करेंगे जिससे उद्योग धंधे चलने लगेंगे और रोजगार बढ़ेगा।