बेंगलुरु;कर्नाटक सरकार ने राज्य के निजी अस्पतालों और लैब में सीटी-स्कैन और डिजिटल एक्स-रे के दाम क्रमश: 1,500 रुपये और 250 रुपये तय करने का फैसला किया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर के. ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कोरोना का पता लगाने के लिए सीटी-स्कैन और एक्स-रे इन दिनों काफी जरूरी होता जा रहा है। सरकार को शिकायतें मिली थीं कि कुछ अस्पताल और लैब बहुत ज्यादा दाम वसूल कर लोगों का शोषण कर रहे हैं। सरकार के फैसले का मकसद इस पर रोक लगाना है। स्वास्थ्य मंत्री ने चेतावनी दी कि जो अस्पताल और लैब इन आदेशों का उल्लंघन करेगा और अधिक दाम वसूल करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में सीटी-स्कैन और एक्स-रे की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सुविधाओं का लाभ उठाएं।केरल में कोरोना टेस्ट के दाम कम करने को चुनौती देने वाली याचिका खारिज
केरल हाई कोर्ट ने शुक्रवार को निजी लैबों की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें कोरोना के आरटी-पीसीआर टेस्ट के दाम 1,700 रुपये से घटाकर 500 रुपये करने के राज्य सरकार के फैसले को चुनौती दी गई थी।
हाई कोर्ट ने कहा कि पहली नजर में सरकार ने आरटी-पीसीआर टेस्ट के दाम बाजार का अध्ययन करने के बाद तय किए हैं। अदालत ने कहा कि हरियाणा, तेलंगाना और उत्तराखंड समेत देश के कई अन्य राज्यों में आरटी-पीसीआर टेस्ट के दाम इसी के आसपास हैं। जस्टिस एन. नागरेश ने कहा, ‘इसलिए मुझे अंतरिम आदेश पारित करने का कोई कारण दिखाई नहीं देता।’ केरल सरकार के वकील ने अदालत को सूचित किया कि ऐसी कई शिकायतें मिली थीं कि राज्य में आरटी-पीसीआर टेस्ट के दाम देश में सबसे अधिक हैं। जबकि अन्य राज्यों में इस टेस्ट के लिए सिर्फ 400 से 500 रुपये लिए जा रहे हैं।