लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में 186 सीटों पर वोटिंग के बाद तीसरे चरण से मुकाबला महत्वपूर्ण और निर्णायक होने वाला है। अगले 5 चरणों में जिन 356 सीटों पर वोटिंग होनी है, उनमें से पिछली बार भाजपा ने 223 सीटें जीती थीं। यानी 2014 में भाजपा की कुल जीती हुई 282 सीटों में से 80% सीटें यहीं से आई थीं। तीसरे से लेकर सातवें चरण तक 21 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की सीटों पर मतदान होगा।
शुरुआती दो चरण में जहां वोटिंग हुई, वहां क्षेत्रीय दलों की स्थिति मजबूत
पहले चरण में 11 अप्रैल को 91 सीटों पर मतदान हुआ। इनमें से भाजपा ने पिछली बार 32 और कांग्रेस ने 7 सीटें जीती थीं। इन 91 सीटों में आंध्र की सभी 25 और तेलंगाना की सभी 17 सीटों पर भी वोटिंग हुई। इन 42 सीटों पर टीआरएस, तेदेपा और वाईएसआरसीपी जैसे क्षेत्रीय दल भाजपा और कांग्रेस से बेहतर स्थिति में हैं। इन 42 सीटों में से पिछली बार भाजपा को 3 और कांग्रेस को 2 सीटें ही मिली थीं।
दूसरे चरण में 95 सीटों पर वोटिंग हुई। इनमें से पिछली बार भाजपा ने 27 और कांग्रेस ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी। इन 95 सीटों में तमिलनाडु की 39 में से 38 सीटों पर भी वोटिंग हुई थी। यहां भी क्षेत्रीय दल भाजपा-कांग्रेस से बेहतर स्थिति में हैं। पिछली बार इन 39 सीटों में से भाजपा सिर्फ एक सीट पर जीत सकी थी। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। 2009 के चुनाव में भी कांग्रेस यहां से 8 सीटें ही जीत पाई थी। तमिलनाडु में भाजपा ने मुख्य गठबंधन अन्नाद्रमुक और कांग्रेस ने द्रमुक के साथ किया है।
अब जहां वोटिंग होगी, वहां भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
10 राज्यों में भाजपा की सरकार : गोवा, गुजरात, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, त्रिपुरा और हिमाचल।
5 राज्यों में कांग्रेस की सरकार: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक और पंजाब।
4 राज्यों में अन्य दलों की सरकार: केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, दिल्ली।
राजस्थान-गुजरात में भी वोटिंग बाकी, यहां भाजपा का 100% सक्सेस रेट था
तीसरे चरण में 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य गुजरात की सभी 26 सीटों पर वोटिंग होनी है। पिछले लोकसभा चुनावों में भाजपा ने यहां की सभी सीटें जीती थीं। 2001 के बाद से ही राज्य में भाजपा की सरकार है। 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में 2001 के बाद पहली बार भाजपा 100 सीटों के अंदर सिमट गई थी। हालांकि, 99 सीटों के साथ भाजपा राज्य में सरकार बनाने में कामयाब रही थी। राजस्थान में 29 अप्रैल और 6 मई को कुल 25 सीटों पर मतदान होगा। यहां अभी कांग्रेस में सत्ता में है। पिछली बार भाजपा ने यहां की सभी 25 लोकसभा सीटें जीती थीं।