दाे दिन तक पड़ेगी गर्मी फिर बारिश के आसार

प्रदेश

भाेपाल।

मध्यप्रदेश में फिलहाल किसी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने के साथ ही हवा का रूख पश्चिमी औ रउत्तर-पश्चिमी हाे रहा है। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ाेतरी हाेने लगी है। हालांकि रात के समय उत्तरी हवाएं चलने के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट बरकरार है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक अभी दाे दिन तक मौसम का मिजाज गर्म बना रहेगा। इसके बाद प्रदेश के कई जिलाें में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। उधर मंगलवार काे प्रदेश में सबसे अधिक 43 डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर, रतलाम, नौगांव, खजुराहाे और खजुराहाे में दर्ज किया गया।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार काे राजधानी का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जाे कि सामान्य रहा। न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि रात के समय हवा का रूख बदलकर उत्तरी हाे रहा है। इससे न्यूनतम तापमान में बढ़ाेतरी नहीं हाे रही है। मंगलवार काे दिन भर दक्षिण-पूर्वी, पश्चिमी हवाएं चलीं। शाम के वक्त हवाआें का रूख बदलकर उत्तर-पश्चिमी हाे गया था। साहा के मुताबिक बुधवार-गुरूवार काे भी अधिकतम तापमान इसी तरह रहेगा। शुक्रवार काे एक बार फिर बादल छाने से अधिकतम तापमान में गिरावट हाेने लगेगी। साथ ही प्रदेश में कुछ स्थानाें पर बारिश भी हाे सकती है।

आज इंदौर संभाग में कहीं-कहीं, हाे सकती है बूंदाबांदी

मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षाेभ उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास सक्रिय हाे गया है। इसी तरह मध्य महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक तक एक द्राेणिका लाइन (ट्रफ) बना हुआ है। अरब सागर में प्रति चक्रवात बना रहने से ट्रफ काे नमी मिल रही है। इस वजह से बुधवार काे महाराष्ट्र से लगे इंदौर संभाग के जिलाें में बूंदाबांदी हाेने की संभावना है। पश्चिमी विक्षाेेभ के आगे बढ़ने पर 30 अप्रैल काे ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के कई जिलाें में गरज-चमक के साथ बारिश हाेने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *