केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना के मरीज़ों को खास परिस्थिति में दिए जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन का प्रोडक्शन बढ़कर 90 लाख इंजेक्शन प्रति महीने हो गया है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और कहा कि पहले हर महीने रेमडेसिविर का 40 लाख इंजेक्शन ही बन पाता था।
मंडाविया ने ये भी दावा किया कि जल्द ही प्रतिदिन तीन लाख इंजेक्शन बनाया जाने लगेगा। कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद इस इंजेक्शन की मांग काफ़ी बढ़ गई है। लोगों को ये इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है और इसकी काला बाज़ारी भी हो रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में कहा कि राज्य दवाओं और ऑक्सीजन की जमाखोरी और काला बाजारी पर सख्त कार्रवाई करें।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले रेमडेसिविर इंजेक्शन के निर्यात पर रोक लगाए जाने के बाद देश के विभिन्न शहरों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी कालाबाजारी शुरू हो गई है। यह इंजेक्शन कोरोना मरीजों के तीमारदारों को ऊंचे दामों में बेचने की खबरें भी आई हैं। बता दें कि यह इंजेक्शन कोरोना संक्रिमत गंभीर मरीजों को एक खास परिस्थिति में दिया जाता है।