सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बागपत के बालौनी में गठबंधन की रैली के दौरान मंच से केंद्र में मोदी सरकार व प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अच्छे दिन का वादा करके वह सरकार में आए थे, लेकिन जनता बताए क्या उनके अच्छे दिन आए। विज्ञापन उन्होंने कहा कि वादा किया था एक के बदले दस सिर लाएंगे, लेकिन आज कोई ऐसा दिन नहीं जाता, जब सीमा पर जवान शहीद न हो रहे हों। आंकड़े उठाकर देख लो कि 2019 में हमारे कितने जवान शहीद हुए हैं। सरकार क्यों नहीं बताती कि कितने जवान शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार बताएं कि कितने नौजवानों को नौकरियां दी गईं है। आज जीएसटी और नोटबन्दी ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। युवाओं के लिए नौकरियां नहीं है। लोग हम से कहते हैं कि आपको विकास के नाम पर वोट नहीं मिलते हैं, लेकिन हम कहते हैं कि जनता को एक बार झूठे सपने दिखाकर पागल बनाया जा सकता है दो बार नहीं।
हवाई पट्टी पर समर्थकों को देख गुस्साए अखिलेश, बोले- ‘रैली में जाते यहां क्यों इकट्ठा हो’ समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को बागपत के बालौनी में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। इससे पहले वह हेलिकॉप्टर से मेरठ के परतापुर हवाई पट्टी पर उतरे। यहां मौजूद सपा समर्थकों की भीड़ को देखकर अखिलेश यादव ने नाराजगी जताई।
बालैनी में सपा-बसपा और रालोद गठबंधन की जनसभा में पहुंचने से पूर्व मेरठ में परतापुर हवाई पट्टी पर उतरते ही अखिलेश यादव का पारा चढ़ गया। दरअसल यहां मौजूद समर्थकों को देखकर वह नाराज होते हुए बोले कि गठबंधन की रैली में जाते यहां इतने लोग क्यों इकट्ठा हो। मुझे तो यहां दो ही मिनट रुकना है।
इस दौरान सपा नेताओं में अखिलेश यादव से मिलने को लेकर धक्का मुक्की भी हुई। हालांकि, अखिलेश ने एक बुके लिया और हाथ हिलाकर अभिवादन करते हुए बागपत की ओर निकल गए।