कोरोना के कारण राजा भोज एयरपोर्ट पर पसरा सन्‍नाटा

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भोपाल।

कोरोना संकट का असर हवाई यातायात पर भी नजर आ रहा है। राजधानी में कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद तो यात्रियों की संख्या तेजी से कम हो रही है। दिल्ली-मुंबई जैसे फास्ट रूट पर भी यात्रियों का टोटा साफ नजर आ रहा है। लगातार कम होती यात्री संख्या के कारण इंडिगो एयरलाइंस भोपाल से आगरा और प्रयागराज उड़ान कभी भी बंद कर सकती है।

एयरपोर्ट अथारिटी की ओर से हाल ही में जारी किए गए यात्री संख्या के आंकड़ों के मुताबिक फरवरी माह में भोपाल से 75 हजार से अधिक यात्रियों ने सफर किया। मार्च में यह आंकड़ा नौ हजार घटकर करीब 66 हजार रह गया। 28 मार्च से भोपाल से तीन नई उड़ानें शुरू हुईं। माना जा रहा था कि अब यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। अप्रैल के तीन दिन तो भोपाल से यात्रा करने वालों में जबर्दस्त उत्साह था, लेकिन अब यह ठंडा पड़ने लगा है।

पाबंदियों के कारण कम हुए यात्री

कोरोना संकट के कारण देश के विभिन्न शहरों में आगमन-प्रस्थान के लिए अलग-अलग पाबंदियां लगा दी गई हैं। दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में विवाह समारोह में मेहमानों की संख्या को बेहद सीमित कर दिया गया है। कुछ शहरों में पहुंचते ही कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है। इन सब कारणों से अब केवल जरूरी काम होने पर ही लोग सफर कर रहे हैं। इसका सीधा असर एयरलाइंस की बुकिंग पर पड़ा है।

आगरा-प्रयागराज उड़ान पर संकट

समर शेड्यूल में शुरू हुई आगरा और प्रयागराज उड़ान पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। दोनों उड़ानों को अपेक्षित यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। इंडिगो ने दोनों उड़ानों को अलग-अलग शहरों से जोड़ कर यात्रियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन यह प्रयास भी सफल नहीं हो रहा है। वर्तमान में हैदराबाद उड़ान भोपाल आकर आगरा रवाना होती है। अहमदाबाद उड़ान भोपाल आकर प्रयागराज जाती है। इसके बावजूद इस रूट पर 50 फीसद बुकिंग भी नहीं हो रही है। माना जा रहा है कि उड़ान कभी भी बंद हो सकती है। इंडिगो ने हाल ही में अपनी एक बेंगलुरू उड़ान बंद कर दी थी।

औसत संख्या 2200 से गिरकर 1300 पहुंची

मार्च माह में भोपाल से प्रतिदिन यात्रा करने वालों की औसत संख्या 2200 थी। इस माह यह औसत घटकर 1300 तक पहुंच गया है। कोराना संकट कम नहीं हुआ तो संख्या इससे भी कम हो सकती है। एयर इंडिया की पुणे उड़ान भी 27 अप्रैल से अस्थाई रूप से बंद हो जाएगी। जाहिर है, इससे भी औसत संख्या पर असर पड़ेगा।

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