इंदौर।
एमआइजी थाना पुलिस ने रेमडेसिविर और टोसीलीजुमेब की कालाबाजारी करते हुए खुड़ैल के शोएब को गिरफ्तार किया है। आरोपित खुद को इंडेक्स मेडिकल कालेज स्टाफ का सदस्य बता रहा है। आरोपित की शिकायत सुदामा नगर के अमित सिकरवार ने की थी। फरियादी ने यह भी बताया कि आरोपित टोसीलीजुमेब (टोसी) इंजेक्शन भी एक लाख दो हजार रुपये में बेचने के लिए तैयार थे। अमित ने बताया कि दो दिन पहले फेसबुक पर एक पोस्ट पढ़ी, जिसमें लिखा था कि किसी को रेमडेसिविर की जरूरत हो तो संपर्क करे। पोस्ट पर दिए नंबर पर संपर्क किया तो नवराज नामक व्यक्ति ने फोन उठाया। नवराज से रेमडेसिविर के बारे में पूछा तो उसने कहा कि व्यवस्था हो जाएगी।
इसके लिए 13 हजार रुपये देने पड़ेंगे। फोन रखने के कुछ देर बाद अमित को अंकिता नामक युवती का फोन आया और आरोपित शोएब से कांफ्रेंस में बात कराई। इसके बाद डील पक्की हो गई। मंगलवार को अमित और उनके साथी सिद्धार्थ शर्मा इंजेक्शन लेने पहुंचे। आरोपित ने पहले बापट चौराहे पर बुलाया। इसके बाद मूसाखेड़ी फिर खजराना चौराहा और फिर एमआइजी क्षेत्र में बुलाया। यहां अमित ने बहाना किया कि उनके पास 13 हजार रुपये नहीं है, कुछ रुपये कम पड़ रहे हैं।
इसके बाद सिद्धार्थ और अमित आरोपित शोएब को अपने साथ लेकर आए और पुलिस के हवाले कर दिया। सिद्धार्थ ने बताया कि कालाबाजारी करने वालों का बहुत बड़ा गैंग है। 13 हजार रुपये में बात हुई थी, लेकिन ये 10 व 12 हजार रुपये में देने के लिए तैयार हो गए थे। साथ ही यह भी कहा था कि जितने इंजेक्शन चाहिए उतने मिल जाएंगे।