लहार।
आज से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होने जा रही है। अब से मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाएंगे। लेकिन पिछले साल की तरह इस बार भी हिंदू नववर्ष का रंग कोरोना की वजह से फीका रहेगा। वहीं प्रशासन ने माता मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले मेला व अन्य कार्यक्रमों के आयोजनों पर रोक लगाई है। वहीं लहार के मां मंगला देवी, दबोह के रेहकुला माता मंदिर सहित जिले के अन्य प्राचीन माता मंदिर में श्रद्धालुओं को मास्क व अन्य कोराना बचाव के नियमों का पालन करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
हिंदू नववर्ष पर्व को शक्ति की उपासना के तौर पर भी देखा जाता है। होली के बाद चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ होता है और इस दौरान मां दुर्गा की आराधना की जाती है। ज्योतिषाचार्य श्याम सुंदर पाराशर ने बताया कि इस साल चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। इस बार चैत्र नवरात्रि का आरंभ मंगलवार को हो रहा है। इस बार मां दुर्गा का आगमन अश्व यानि घोड़े पर होगा। वर्ष में दो बार चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि आती है। इसमें मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा की जाती है। हालांकि, वर्ष में दो बार गुप्त नवरात्रि भी आती हैं, लेकिन चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि की मान्यता ज्यादा है। संवत 2078 का आरंभ 13 अप्रैल से होगा। इसी दिन से चैत्र नवरात्रि भी आरंभ हो जाएगी। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नवरात्रि प्रारंभ होंगे। इसी दिन घटस्थापना की जाती है। चैत्र नवमी के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, इसलिए इसे राम नवमी कहा जाता है। नवरात्रों की प्रमुख तिथियों में गणगौर पूजा 15 अप्रैल, दुर्गा सप्तमी 19 अप्रैल, दुर्गाष्टमी 20 अप्रैल एवं श्रीरामनवमी 21 अप्रैल को होगी।
मंदिर परिसर में बिना मास्क मिलने पर होगी कार्रवाईः
माता मंदिर परिसर में बिना मास्क लगाकर मिलने पर चालानी कार्रवाई की जाएगी। वहीं लोगों को सुरक्षित शारीरिक दूरी का भी सख्ती से पालन करना होगा। इसके लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है।