सऊदी अरब की चंद्र दर्शन समिति ने रमजान के पहले दिन का ऐलान कर दिया है। रविवार को ऐलान करते हुए समिति ने बताया कि 13 अप्रैल, मंगलवार के दिन रमजान का पहला महीना होगा। वहीं, तारावीह की शुरुआत 12 अप्रैल के दिन ईशा की इबादत के बाद होगी।
समिति ने बताया कि वर्धमान चांद को देखने के बाद ही रमजान का महीना शुरू होता है। सऊदी अरब में रविवार की शाम यह चांद नहीं दिखा। इस वजह से 12 अप्रैल का दिन शबान 1442 हिजरी का आखिरी दिन होगा।
सऊदी अरब में नहीं दिखा चांद
इससे पहले अल-मजमा विश्वविद्यालय में एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेशन विभाग के निदेशक अब्दुल्लाह-अल-खुदैरी ने कहा “सऊदी अरब सहित अरब के बाकी देशों में रविवार के दिन चांद नहीं दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि आज आकाश पर कोई चंद्रमा नहीं होगा क्योंकि यह सूर्यास्त से लगभग आधे घंटे पहले स्थापित होगा।”
रमजान का महीना पूर्णिमा के पूरे चक्कर के लिए रहता है, जो आमतौर पर 29 या 30 दिनों का होता है। चंद्र दर्शन की अवधि भी निर्धारित है।
इस्लाम में सबसे पवित्र शहर माना जाता है रमजान
इस्लाम में मक्का को सबसे पवित्र शहर माना जाता है। यहीं पर प्रोफेट मोहम्मद का जन्म हुआ था और उन्होंने पहली बार कुरान की तालीम दी थी। इसी वजह से दुनियाभर में इस्लाम को मानने वाले लोग सऊदी अरब से आने वाले निर्देशों का पालन करते हैं।