भोपाल ।
कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा व उनके समर्थकों और जेपी अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. योगेन्द्र श्रीवास्तव के बीच विवाद के बाद डॉ. श्रीवास्तव ने इस्तीफा दे दिया । उन्होंने लिखा है पूरी गंभीरता से इलाज करने के बाद भी कुछ लोगों ने दुर्व्यवहार किया है। लिहाजा व्यथित होकर इस्तीफ दे रहे हैं। कोलार के रहने वाले 35 साल के तखत सिंह शाक्य के इलाज के बारे में पूछने के लिए पीसी शर्मा ने सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव और डॉ. योगेन्द्र श्रीवास्तव को फोन लगाया था। डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने फोन नहीं उठाया और डॉ. योगेन्द्र समेत दो डॉक्टरों ने बात करने से मना कर दिया तो पीसी शर्मा अपने समर्थकों के साथ जेपी अस्पताल पहुुंचे थे। इस बीच मरीज की मौत भी हो गई। बादमें मंत्री प्रभुराम चौधरी की समझाइश के बाद डाक्टर ने इस्तीफा वापस ले लिया। सीएम शिवराज ने भी इस पर ट्वीट किया।
तखत सिंह को सांस फूलने की समस्या होेने पर शनिवार दोपहर 12 बजेे के करीब जेपी अस्पताल लाया गया था। यहां कोरोना की रैपिड जांच रिपोर्ट निगेटिव होने पर उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया था। तखत सिंह की पत्नी मंजू शाक्य ने बताया कि इमरजेंसी में इलाज कर रही महिला चिकित्सक ने कहा था कि अस्पताल में गंभीर मरीजों को भर्ती करने के लिए आइसीयू में जगह नहीं है इसलिए कहीं और ले जाएं। डॉ. योगेन्द्र श्रीवास्तव ने भी यही कहा था। मंजू ने आरोप लगाया कि तीन बजे के करीब डॉक्टर ने ऑक्सीजन निकालकर निजी अस्पताल ले जाने को कहा था, इसके 10 मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई।