बंगाल विधानसभा चुनाव में तीन चरण अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण बीतने के बाद चौथे चरण के मतदान में शनिवार को सुरक्षा बलों व प्रत्याशियों के खिलाफ हिसा के बाद चुनाव आयोग का चाबुक चला। सुरक्षा बल के जवानों द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई फायरिग में चार की मौत होने के बाद प्रदेश में राजनीतिक पारा भी चढ़ गया। बंगाल के कूचबिहार जिले के एक बूथ में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों को करीब 350 लोगों की भीड़ ने घेर लिया और भारी उपद्रव करते हुए राइफल छीनने की कोशिश की। जान बचाने के लिए जवानों की फायरिग में चार लोगों की जान चली गई। एक अन्य घटना में लाइन में लगे मतदाता को खींचकर हत्या कर दी गई। हिसा के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने बूथ नंबर 5/126 पर वोटिंग बंद करने के साथ ही शीतलकूची में राजनीतिक दलों के बाहर से आने वाले नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी। यही नहीं, आयोग ने बेहद सख्त और अप्रत्याशित कदम उठाते हुए बाकी बचे चार चरणों में चुनाव प्रचार मतदान के 48 घंटे के बजाय 72 घंटे पहले रोकने का आदेश भी जारी किया। चौथे चरण में दो प्रत्याशियों पर भी भीड़ द्वारा हमला किए जाने की खबर है। शाम बजे तक 76.16 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
चौथे चरण का रण
कूचबिहार जिले के शीतलकूची के बूथ नंबर 5/126 पर भारी उपद्रव
भीड़ ने जवानों के हथियार छीनने की कोशिश की
उपद्रवियों ने मतदानकर्मिंयों पर किया हमला
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को क्षति पहुंचाई
दो प्रत्याशियों पर भी भीड़ के हमले की खबर
चौथे चरण में 44 सीटों पर शाम पांच बजे तक 76.16 फीसद मतदान
पाबंदियां
चुनाव आयोग ने शनिवार से अगले तीन दिनों तक शीतलकूची में राजनीतिक दलों के प्रवेश पर लगा दी रोक
राजनीतिक दलों को मतदान के 72 घंटे पहले चुनाव प्रचार बंद करने का निर्देश, पहले यह अवधि 48 घंटे थी
कूचबिहार की घटना के बाद केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 71 कंपनियों की और तैनाती का आदेश
तृणमूल ने किया आठ की मौत का दावा: तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ”ब्रायन ने चार के बजाय आठ लोगों की मौत का दावा किया है। तृणमूल ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर घटना पर स्पष्टीकरण देने को भी कहा है। उधर, जिस बूथ पर चार लोगों की मौत हुई है, चुनाव आयोग ने वहां मतदान निलंबित कर दिया।