ग्रेटर नोएडा |
यूपी के ग्रेटर नोएडा में जिला जेल (लुक्सर जेल) के अंदर कर्मचारियों के मोबाइल से वॉट्सऐप कॉलिंग के जरिए कैदी और बंदी अपने परिजनों से गुफ्तगू कर रहे हैं। इसका खुलासा शुक्रवार को महिला बैरक में तैनात महिला होमगार्ड से एक मोबाइल और चार्जर मिलने पर हुआ।
महिला होमगार्ड ने मोबाइल कपड़ों में छुपाया था। इससे 6 से 7 नंबरों पर वॉट्सऐप कॉलिंग की गई थी। जेल प्रशासन ने महिला होमगार्ड को कारागार अधिनियम में नामजद कर केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि महिला होमगार्ड 5 मिनट कॉल करने के बदले कैदियों से 100 रुपये वसूलती थी।
‘कई दिनों से मिल रही थी शिकायत’
जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने बताया कि शिकायत मिल रही थी कि जेल के अंदर मोबाइल का इस्तेमाल किया जा रहा है। शिकायत के आधार पर महिला बैरक में बंदियों और कैदियों की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला।
इसके बाद महिला होमगार्ड साधना की महिलाकर्मियों ने तलाशी ली। उसके अंडरगारमेंट से मोबाइल और चार्जर मिला। साधना ने अधिकारियों को बताया कि मोबाइल किसी और होमगार्ड का है। जिला कारागार की हेड वॉर्डन कैलाश्री ने मामले में ईकोटेक-1 थाने में केस दर्ज कराया है।
मोबाइल से सिम गायब
जेल के अंदर महिला होमगार्ड से मोबाइल बरामद हुआ पर उसमें सिम नहीं मिली। आशंका है कि महिला होमगार्ड ने सिम को निगल लिया। इसके लिए उनकी जांच कराई जाएगी। आरोपी होमगार्ड प्रेग्नेंट है। इस घटनाक्रम के दौरान तबीयत खराब होने पर वह बेहोश भी हो गई थीं। इस कारण उनसे पूछताछ नहीं हो सकी है।
पैसे देकर परिजनों से बात
जेल के अंदर महिला होमगार्ड से मिले मोबाइल से 6 से 7 अलग-अलग नंबरों पर वॉट्सऐप कॉलिंग की गई थी। आशंका है कि यह कॉल कैदियों और बंदियों से रुपये लेकर उनके परिजनों से कराई गई है। सूत्रों के अनुसार 5 मिनट कॉल करने के 100 रुपए और 10 मिनट कॉल करने के 200 रुपए लिए जाते थे।
इतनी जांच के बाद अंदर कैसे पहुंचा फोन?
बंदियों के मोबाइल के इस्तेमाल पर पांबदी के तमाम दावे इस घटना से एक बार फिर खोखले साबित हो गए हैं। जेल प्रहरियों की सख्ती और तलाशी के साथ ही तकनीकी इस्तेमाल के बावजूद फोन अंदर चला गया। सवाल यह है कि जेल के अंदर मोबाइल कैसे पहुंच गया? 15 दिन पहले मेनका गांधी ने एक ट्वीट कर जेल के अंदर मोबाइल चलने की शिकायत भी की थी। हालांकि जेल प्रशासन ने शिकायत को पुरानी बताया था।
जेल से धमकी की मिलती रही हैं शिकायतें
जेल के अंदर बंद तमाम बदमाशों से धमकी मिलने की शिकायतें लोग कई बार कर चुके हैं। जिले के बड़े गैंग के कई बदमाशों पर जेल से ही अपना गैंग ऑपरेट करने के आरोप लगते रहे हैं। इससे अलग जेल के अंदर बंद बंदी कई बार लेटर जारी कर जेल के अंदर फैले भ्रष्टाचार के बारे में शिकायत कर चुके हैं। वह मोबाइल फोन यूज करने से लेकर नशीली पदार्थों के इस्तेमाल होने का भी जिक्र कर चुके हैं।
जेल में लगा जैमर नहीं करता काम
लुक्सर जेल के अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने बताया कि जेल में जैमर 2जी या 3जी का लगा है। इसमें 4जी सिम से नेटवर्क आ जाते हैं और जेल के अंदर से कॉल हो जाती है। अब जेल के अंदर लगे जैमर को 4जी कराने की तैयारी की जा रही है ताकि किसी भी तरह की कॉलिंग ना हो सके।