पिछले साल महामारी के चलते लोग घरों में कैद रहे। नये साल में कोरोना से निजात की उम्मीदें थीं, लेकिन कोरोना के लगातार बढ़ते मामले संकट की तरफ इशारा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में निर्णायक कदम उठाने के लिए कहा। एंटीजन टेस्ट नहीं, आरटी-पीसीआर पर ही भरोसा करने को कहा। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा तेजी आई है। महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है और बाकी राज्यों में भी ऐहतियात बरतने और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर एक नजर।
102 दिन का रिकॉर्ड टूटा, देश में 35,871 नए मामले:देश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण 35,871 नए मामले सामने आए। गंभीर चिंता का कारण महाराष्ट्र में ही अकेले 16 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए। इतनी बड़ी संख्या में नए मामले 102 दिन बाद सामने आए हैं। इन मामलों के साथ अब तक संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 1,14,74,605 हो गई है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने कोरोना की जांच और टीकाकरण बढ़ाने पर जोर दिया है।
महाराष्ट्र में रिकवरी रेट में आई कमी
इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा नए केस और मौतों के साथ महाराष्ट्र सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों की श्रेणी में अव्वल हो गया है। ज्यादातर नए केस मुंबई, नागपुर, पुणे इत्यादि से सामने आए हैं। चिंताजनक यह है कि रिकवरी रेट पहले के मुकाबले कम हुआ है। अब यह 92.21 से घटकर 91.26 हो गया है। नए केसों में 85 फीसद एसिंप्टोमैटिक है।
पंजाब में मृत्यु दर पिछली बार से ज्यादा
एक तरफ देशभर में नए केस लगातार बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ पंजाब एकमात्र ऐसा राज्य है जहां दूसरे दौर के संक्रमण में मृत्यु दर पहले से ज्यादा है। पिछले हफ्ते पंजाब कोरोना से हुई मौतों के मामले में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है।
ब्रिटेन, द. अफ्रीका और ब्राजील के स्ट्रेन के 400 मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ब्रिटेन, द. अफ्रीका और ब्राजील पाए गए में कोरोना के नए म्यूटेंट से इस समय देश के 400 लोग पीड़ित हैं। चार मार्च को इन म्यूटेंट से 242 लोग पीड़ित थे। लेकिन दो हफ्ते के अंदर यह संख्या बढ़कर 400 हो गई।
कई हिस्सों में नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक सख्त लॉकडाउन है। महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया है। इनमें नागपुर, पुणे, अकोला, परभणी, औरंगाबाद, अमरावती, लुधियाना, जालंधर, पटियाला, मोहाली, अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला, रोपड़, भोपाल, इंदौर, अहमदाबाद, वड़ोदरा, सूरत और राजकोट शामिल हैं।