सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव को निदेशक बनाए जाने के खिलाफ याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई हो सकती है। एनजीओ कॉमन कॉज की तरफ से त्वरित सुनवाई के लिए दायर याचिका को ठुकराते हुए कोर्ट ने अगले हफ्ते की तारीख दी है। सुप्रीम कोर्ट में राव की नियुक्ति के साथ सीबीआई में होनेवाली नियुक्ति में पारदर्शिता की अपील की गई है।
याचिकाकर्ता एनजीओ कॉमन कॉज के वकील प्रशांत भूषण का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा शर्तों के साथ बहाल किए जाने के अगले ही दिन पूर्व डायरेक्टर आलोक वर्मा को पद से हटा दिया गया। पद से हटाने के बाद वर्मा ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल डायरेक्टर को पद से हटाने को राजनीतिक साजिश बता रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से सीबीआई में चल रहे घमासान को रोकने की कोशिश करते हुए सरकार ने नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक नियुक्त किया। हालांकि, राव की नियुक्ति पर भी कुछ सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक दल सवाल उठा रहे हैं।
भारत की प्राण शक्ति बहुत से लोगों को दिखाई नहीं देती: आरएसएस प्रमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास अपनी प्राण शक्ति है, लेकिन यह कई लोगों को दिखाई नहीं देती क्योंकि उनकी…