ओंकारेश्वर के 21 और इंदिरा सागर के 20 गेट खुले, इंदाैर-इच्छापुर हाईवे स्थित मोरटक्का ब्रिज से 5 फीट ऊपर से बह रहा पानी

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प्रदेश में लगातार हाे रही बारिश से नर्मदा ने रौद्र रूप धारण कर रखा है। इंदिरा सागर बांध में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण 20 गेट खोलकर बांध से 31 हजार क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है। ओंकारेश्वर बांध के भी 21 गेट खुले हुए हैं। नर्मदा यहां खतरे के निशान से 10 फीट ऊपर बह रही है। पूरे क्षेत्र में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। 106 फी ऊंचा मोरटक्का पुल रात 11 बजे डूबा, जो अब भी जलमग्न है। पुल पर से 5 फीट से ज्यादा पानी बह रहा है। हालात को देखते हुए होम गार्ड के जवानों सहित पुलिस के 300 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है।

मोरटक्का ब्रिज के ऊपर से नर्मदा नदी का पानी गुजरा।

मोरटक्का ब्रिज के ऊपर से नर्मदा नदी का पानी गुजरा।

शनिवार रात 11 बजे इंदाैर-इच्छापुर हाईवे स्थित मोरटक्का ब्रिज के ऊपर से नर्मदा नदी का पानी गुजरा। हालांकि दोपहर 3 बजे से ही पुल के दोनों छोर पर बैरिकेडिंग कर आवागमन रोक दिया गया था। इसी तरह खंडवा-भोपाल मार्ग स्थित नर्मदानगर के पुल से भी सुबह 7 बजे आवागमन बंद कर दिया गया था। यह नौबत इसलिए बनी क्योंकि हाेशंगाबाद में एक दिन में 17 इंच बारिश हुई। वहां के तवा बांध के 13 गेट खोलने से इंदिरा सागर बांध में तेजी से पानी बढ़ा। लेवल मेंटेन करने के लिए शनिवार देर रात बांध के 12 गेट की ऊंचाई बढ़ाकर 10 मीटर कर दी गई। 8 गेट भी 2-2 मीटर तक खोले हैं। इस तरह बांध के सभी गेट खोल दिए गए। बांध से 31 हजार क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि आवक 34 हजार क्यूमेक्स की हो रही है। बांध प्रमुख अनुराग सेठ ने बताया रात 10 बजे बांध का जलस्तर 261.45 मीटर था। जैसे ही कुछ गेट बंद होंगे, नर्मदानगर के पुल से आवागमन पुन: शुरू कर दिया जाएगा। इधर, ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट शनिवार को भी खुले रहे। यहां से 31 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। बांध का जलस्तर 195.28 मीटर था।

ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। । जलस्तर 195.28 मीटर।

ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। । जलस्तर 195.28 मीटर।

इसलिए बिगड़ी स्थिति

  • हाेशंगाबाद शहर में 17 इंच जबकि जिले में 8 इंच बारिश हुई। तवा बांध, बरगी बांध अाैर बारना बांध से आरहे पानी के कारण हालत बिगड़ गए हैं।
  • तवा बांध के 13 गेट खोले जाने से इसका पानी तेजी से इंदिरा सागर की ओर अाया। शनिवार को ही इंदिरा सागर के 8 गेट और खोल गए दिए ताकि लेवल मेंटेन हो सके।
  • इंदिरा सागर का पानी ओंकारेश्वर बांध तक दो घंटे बाद पहुंचा। हालांकि बांध के 21 गेट पहले से ही खुले हुए हैं। यहां बिजली उत्पादन भी बंद है। गेट से ही पानी छोड़ रहे।
  • मोरटक्का ब्रिज से पहले भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया। इंदिरा सागर के 8 गेट और खोलने के बाद अलर्ट जारी किया गया। दोपहर 3 बजे से ब्रिज से आवागमन रोक दिया।
  • गेट खुलने के बाद इंदिरा सागर बांध का नजारा।

2013 में बने थे ऐसे हालात
2013 में भी इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध से पानी छोड़े जाने के कारण इंदौर-इच्छापुर हाईवे स्थित मोरटक्का ब्रिज के ऊपर से पानी गुजरा था। कुछ दिनों के लिए ट्रैफिक बंद कर दिया था। 2019 सितंबर में भी पानी पुल को छूकर निकला था। इस दौरान करीब 7 दिनों तक ट्रैफिक बंद रहा था।

नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

बांध की ओर जाने वाले मार्ग पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित
नगर से इंदिरा सागर बांध की ओर जाने वाले भारी वाहनों को डेम तिराहे पर रोका जा रहा है। शनिवार को चौकी प्रभारी ओमप्रकाश सिंह व पुलिसकर्मियों ने चार पहिया और बड़े भारी वाहनों को बांध की ओर जाने से रोके जा रहे हैं। बरगी बांध से इंदिरा सागर बांध का जलस्तर और इंदिरा सागर से ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ने से तीर्थनगरी के घाट जलमग्न हो गए हैं। निचली बस्तियों में बाढ़ आ गई है। इसी के चलते मोरटक्का पुल पर भी आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है।

नर्मदा नदी किनारे के सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं।

नर्मदा नदी किनारे के सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं।
  • इंदाैर-इच्छापुर हाईवे स्थित मोरटक्का ब्रिज से गुजरते हैं इंदौर से खंडवा और महाराष्ट्र जाने वाले वाहन
  • इंदिरा सागर बांध में पानी बढ़ने के बाद देर रात बांध के 12 गेट की ऊंचाई बढ़ाकर 10 मीटर की गई

DB

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