अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) ने सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन से पहले ही स्वीडिश कंपनी एरिक्सन को बकाया 459 करोड़ रुपए चुका दिए हैं। इसमें ब्याज की रकम भी शामिल है। आरकॉम 118 करोड़ रुपए पहले ही जमा कर चुकी थी।
अनिल ने बड़े भाई मुकेश का जताया आभार
अनिल ने बड़े भाई मुकेश का आभार जताया है। अनिल अंबानी ने कहा कि मैं अपने बड़े भाई मुकेश अंबानी और नीता अंबानी को दिल से शुक्रिया कहना चाहता हूं। वे मुश्किल वक्त में मेरे साथ खड़े रहे और वक्त पर मेरा साथ दिया। मैं और मेरा परिवार शुक्रगुजार हैं कि हम अतीत से आगे बढ़ चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने अनिल अंबानी को अवमानना का दोषी ठहराया था
फरवरी में अदालत ने अनिल अंबानी को एक महीने के अंदर एरिक्सन को 453 करोड़ रुपए चुकाने के लिए कहा था। इसमें चूक होने पर कोर्ट ने उन्हें तीन महीने जेल भेजने की बात कही थी। भुगतान की डेडलाइन 19 मार्च थी।
क्या था एरिक्सन-आरकॉम विवाद ?
एरिक्सन ने साल 2014 में आरकॉम का टेलीकॉम नेटवर्क संभालने के लिए 7 साल की डील की थी। उसका आरोप था कि आरकॉम ने 1,500 करोड़ रुपए की बकाया रकम नहीं चुकाई। पिछले साल दिवालिया अदालत में सेटलमेंट प्रक्रिया के तहत एरिक्सन इस बात के लिए राजी हुई कि आरकॉम सिर्फ 550 करोड़ रुपए का भुगतान कर दे।
जियो-आरकॉम के बीच एसेट बेचने की डील खत्म
आरकॉम ने एसेट बेचने के लिए रिलायंस जियो के साथ सवा साल पुरानी डील खत्म करने की घोषणा की है। इसने कहा कि सरकार और बैंकों की मंजूरी में देरी के कारण यह डील खत्म कर दी गई है। अनिल अंबानी ने दिसंबर 2017 में जियो के साथ डील की घोषणा की थी। कहा था कि आरकॉम के स्पेक्ट्रम, टावर, फाइबर और दूसरे एसेट जियो को बेचे जाएंगे। इससे करीब 25,000 करोड़ रुपए मिलने थे। इसका इस्तेमाल आरकॉम का कर्ज चुकाने में होना था।
आरकॉम के खिलाफ बीएसएनएल भी ट्रिब्यूनल जाएगी
सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) से 700 करोड़ रुपए बकाया वसूलने के लिए इस हफ्ते नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में याचिका लगाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया, बीएसएनएल भुगतान में चूक के लिए आरकॉम द्वारा जमा की गई 100 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी को पहले ही भुना चुकी है।