कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गंगा यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत सीतामढ़ी से की। प्रियंका ने सुबह कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। फिर सीता समाहित मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना की। इस दौरान प्रियंका ने कहा, उन्होंने 70 साल में क्या किया? इस रट की भी एक्सपायरी होगी। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी अपनी रैलियों में कांग्रेस के 70 साल के कामकाज पर सवाल उठाते रहते हैं।
प्रियंका ने कहा कि पांच साल से आप (भाजपा) सत्ता में हैं। आपने क्या किया, अब यह बताइए। वहीं, योगी सरकार के दो साल पूरे होने पर रिपोर्ट कार्ड पेश करने पर प्रियंका ने कहा कि रिपोर्ट कार्ड जैसी चीजें देखने में अच्छी लगती है। जमीनी हकीकत अलग है। योगी सरकार को जमीनी हकीकत देखनी चाहिए। आशा बहुएं, शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी कर्मचारी सब प्रताड़ित हैं।
मंगलवार को प्रियंका के उत्तरप्रदेश दौरे का तीसरा, जबकि गंगा यात्रा का दूसरा दिन है। उनकी यात्रा आज भदोही के सीतामढ़ी से आगे बढ़ी। रात को वे यहीं रुकी थीं। सोमवार को उन्होंने प्रयागराज में संगम तट पर गंगा की पूजा करके कांग्रेसी रंग में रंगी नाव के जरिए मनैया घाट से यात्रा शुरू की थी। इससे पहले प्रयागराज में लेटे हनुमान और अक्षयवट के दर्शन किए थे। यात्रा के दौरान कई पड़ाव पर प्रियंका ने लोगों से मुलाकात की और पीएम के “मैं हूं चौकीदार” मुहिम पर तंज कसा था।
मां विंध्यवासिनी के दर्शन करेंगी प्रियंका
प्रियंका यहां से सबसे पहले मढ़हा गांव (मिर्जापुर) पहुंचेंगी। दोपहर में मां विंध्यवासिनी मंदिर, काली खोह मंदिर और अष्टभुजा मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी। यहां से वह कंतित शरीफ मजार पर हाजिरी लगाकर नाव से कचहरी घाट के लिए प्रस्थान करेंगी।
20 मार्च को चुनार में दरगाह जाएंगी
प्रियंका नाव से गंगा किनारे के गांवों में भ्रमण करते हुए मंगलवार शाम भदोही के चुनार में शीतला माता के दर्शन करेंगी। यहीं रात्रि विश्राम करेंगी। अगले दिन यानी 20 मार्च की सुबह वे दरगाह चुनार, बूढ़ेनाथ मंदिर और शीतलाधाम पहुंचेंगी। इसके बाद वाराणसी के लिए निकलेंगी, जहां उनकी यात्रा अस्सी घाट पहुंचेगी। तीन दिन में वे करीब 140 किमी की दूरी तय करेंगी।
राहुल को सत्ता का शौक नहीं, आपकी भलाई चाहते हैं
प्रयागराज से गंगा किनारे के पौराणिक स्थल सीतामढ़ी पहुंचीं प्रियंका गांधी ने मछुआरों और महिलाओं से संवाद किया। लोकतंत्र में जनता की ताकत बताते हुए अपील की थी कि देश और संविधान को बचाने के लिए सोच-समझ कर वोट करें। प्रियंका ने कहा कि मैंने और मेरे भाई ने बहुत संघर्ष देखे हैं। पिता और परिवार का बलिदान देखा है। राहुल को सत्ता का शौक नहीं है, वह आप सभी की भलाई चाहते हैं।
छह लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की नजर
दरअसल, वाराणसी से प्रयागराज तक गंगा पांच जिलों में बहती है। इन जिलों की छह लोकसभा सीटों पर प्रियंका की नजर है। 2009 के चुनाव में यहां कांग्रेस चौथे नंबर पर थी। यहां कांग्रेस के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा फूंकने के लिए प्रियंका ने गंगा यात्रा शुरू की है। प्रियंका की प्रयागराज से वाराणसी की यह तीन दिनी यात्रा 20 मार्च को संपन्न होगी। देश के राजनीतिक नक्शे में खास जगह रखने वाले उत्तरप्रदेश के प्रयागराज और वाराणसी पर प्रियंका गांधी का खास फोकस है।