कांग्रेस की पूर्वी उत्तरप्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने यहां के मनइया घाट से वाराणसी की गंगा यात्रा शुरू कर दी। इससे पहले उन्होंने संगम घाट पहुंचकर गंगा पूजन किया। फिर लेटे हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। सुबह प्रियंका ने सरस्वती कूप और अक्षयवट के दर्शन भी किए। रविवार रात लखनऊ से प्रयागराज आ गई थीं। प्रियंका करीब 28 महीने बाद प्रयागराज आईं है। उन्होंने यहां पुश्तैनी मकान स्वराज भवन में रात्रि विश्राम किया।
हुनमान मंदिर में प्रियंका ने दर्शन कर रहे लोगों से मुलाकात की। कई लोगों ने उनके साथ सेल्फी भी खिंचवाई। इस दौरान जब मीडिया ने प्रियंका से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि मंदिर में राजनीति की बातें नहीं करूंगी। इस यात्रा में प्रियंका के साथ प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, विधानसभा में कांग्रेस के नेता अजय सिंह लल्लू और भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं सावित्री फुले भी हैं। प्रियंका यहां से दुमदुमा जाएंगी। स्टीमर पर ही वह छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा भी करेंगी।
प्रियंका अपनी लगभग 140 किलोमीटर लंबी गंगा यात्रा के दौरान कई मंदिरों में दर्शन करेंगी। विभिन्न स्थानों पर कार्यकर्ताओं और समाज के अलग-अलग वर्गों के लोगों से मुलाकात भी करेंगी। गंगा यात्रा का समापन 20 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होगा। प्रियंका वाराणसी के निकट दमदमा में एक स्वागत कार्यक्रम में भाग लेंगी।
यह है प्रियंका की गंगा यात्रा
प्रियंका मनइया घाट से नौका से लाक्षागृह (हंडिया) जाएंगी। यहां एक स्वागत समारोह में शामिल होंगी। इसके बाद दुमदुमा (हंडिया) और फिर सिरसा (मेजा क्षेत्र) जाएंगी। यहां से वह सीतामढ़ी पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगी। उसके बाद अगले दिन यानी मंगलवार के भी कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। प्रियंका सबसे पहले मंगलवार को मढ़हा गांव (मिर्जापुर) पहुंचेंगी। फिर वह विंध्ययांचल दर्शन करने जाएंगी। यहां कार्यक्रम के बाद चुनार के लिए निकलेंगी। चुनार में वह शीतला माता के दर्शन करेंगी। यहां पर वह रात्रि विश्राम करेंगी। अगले दिन यानी 20 मार्च को वह वाराणसी के लिए निकलेंगी, जहां उनकी यात्रा अस्सी घाट पहुंचेगी।
ढाई साल बाद आईं प्रयागराज
ढाई साल के अंदर प्रियंका का प्रयागराज का यह दूसरा दौरा है। इसके पहले वह 21 नवंबर 2016 को प्रयागराज आ चुकी हैं। तब सोनिया और राहुल गांधी भी साथ पहुंचे थे। आनंद भवन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर फोटो एग्जीबिशन देखने के साथ तीनों ने कमला नेहरू ट्रस्ट की मिटिंग में शिरकत की थी। सक्रिय राजनीति में उतरने के बाद यह प्रियंका का प्रयागराज का पहला दौरा है।
25 शर्तों के साथ मिली मंजूरी
प्रियंका की इस हाइप्रोफाइल यात्रा को देखते हुए प्रशासन ने काफी सतर्कता के साथ मंजूरी दी है। कुल 25 शर्तों के साथ जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय ने अनुमति दी है। प्रियंका को जल और सड़क मार्ग से जाने की अनुमति दी गई है। प्रियंका के काफिले में दो लाउडस्पीकर और दस वाहनों के शामिल होने को मंजूरी दी गई है। सुरक्षा का जिम्मा एसपीजी के पास रहेगा।