इंदौर : बाबू ने तीन टीचरों की तीन साल के बकाया वेतन के नाम पर मांगे थे रुपए
सामाजिक न्याय विभाग के मुख्य लिपिक बाबू हेमंत मुरमरकर को लोकायुक्त पुलिस ने 15000 की रिश्वत लेते शनिवार दोपहर में रंगे हाथों पकड़ा। लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने आवेदक और गांधी बाल भवन शैक्षिक संस्थान एनजीओ की ओर से आई शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की।
आवेदक विनय तिवारी से बाबू हेमंत ने 3 शिक्षकों के 3 सालों के बकाया वेतन 16 लाख 80 हजार को क्लियर करने की आवाज में रिश्वत मांगी थी। पहले यह रिश्वत 2 दिन पहले दे देना तय हुआ था, लेकिन फरियादी कि कहीं बाहर होने कारण वह सौदा टल गया। इसके बाद आरोपी ने विनय तिवारी को सुबह कलेक्ट्रेट में बने सामाजिक न्याय भवन के कार्यालय में राशि देने के लिए बुलाया था। तिवारी ने इसकी सूचना लोकायुक्त पुलिस को दे दी। इसके बाद जब तिवारी बाबू को रिश्वत देने लगे तब तभी टीम ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया और रिश्वत की राशि जब्त कर ली।