मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को उन तीन से चार सबसे कठिन सीटों में से किसी एक पर चुनाव लड़ना चाहिए, जिसमें पार्टी को लम्बे समय से जीत नहीं मिली है। कमलनाथ ने कहा कि आगामी चार पांच दिनों में इस पर निर्णय लिया जायेगा। लोकसभा के इस चुनाव में कांग्रेस मध्यप्रदेश में 22 से ज्यादा सीटें जीतेंगी।
शनिवार को छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने पत्रकारों से दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने संबंधी सवालों के जवाब में यह बात कही। टिकटों के वितरण संबंधी एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कमलनाथ ने कहा कि आगामी चार पांच दिनों में इस पर निर्णय लिया जायेगा। अभी केंद्रीय चुनाव समिति उन प्रदेशों पर कार्य कर रही है, जहां पहले, दूसरे, तीसरे चरण में चुनाव होना है। कर्जमाफी को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कमलनाथ ने कहा कि अभी प्रदेश में लगभग बाइस लाख किसानों के कर्ज माफ हो चुके हैं और लोकसभा चुनाव के बाद बाकी किसानों का भी कर्जा माफ होगा, यह हमारा वचन है।
दिग्विजय सिंह से निवेदन किया है: कमलनाथ ने कहा कि हम चाहते है कि दिग्विजय सबसे कठिन सीट से चुनाव लड़े। प्रदेश में ऐसी चार-पांच सीटे हैं जिन्हें हम 30 से 35 साल से नहीं जीते हैं। मैंने उन्हें इन्हीं में से सबसे कठिन सीट से चुनाव लडऩे के लिए निवेदन किया है। जल्द ही हम इस पर अंतिम निर्णय लेंगें। वही गुरुवार को बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए देवेन्द्र चौरसिया की मौत पर कमलनाथ ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। दोषी चाहे कोई भी हो छोड़ा नहीं जाएगा।जल्द इस मामले में जांच की जाएगी। दिग्विजय को सबसे कठिन सीट से चुनाव लड़ाने के बयान पर सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है|