विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के मंदिर में भगवान महाकाल को रंगपंचमी पर रंग चढ़ाने के लिए परंपरा अनुसार इस वर्ष भी टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग बनाया जा रहा है। जहाँ रंग पंचमी पर भस्मारती में बाबा महाकाल को बलाचैर टेसू के फूलों द्वारा बनाया गया प्राकृतिक रंग अर्पित किया जाएगा।
विश्व में सबसे पहले बाबा महाकाल के दरबार में होली मनाई जाती है और रंगपंचमी का उत्सव भी बाबा महाकाल के दरबार में सबसे पहले संपन्न होता है। इसी के चलते परंपरा अनुसार इस वर्ष भी बाबा महाकाल को प्राकृतिक फूलों के रंग का इस्तेमाल करते हुए उन्हें प्राकृतिक रंग अर्पित कर रंगपंचमी उत्सव की शुरुआत की जाएगी। इसी के चलते आज महाकाल मंदिर परिसर में पंडे पुजारियों द्वारा टेसू के फूलों को उबालकर प्राकृतिक रंग बनाया जा रहा है। जहाँ कल होने वाली भस्मारती में सबसे पहले बाबा महाकाल को प्राकृतिक फूलों का रंग अर्पित किया जाएगा और रंग पंचमी पर्व की शुरुआत होगी प्राकृतिक रंग को बनाने में कई घंटों का समय लगता है और जब रंग तैयार हो जाता है।