राजबाड़ा पर हुआ होलकर कालीन सरकारी होली का दहन

Uncategorized प्रदेश

इंदौर में वर्षों पुरानी होलकर कालीन सरकारी होली दहन आज राजवाड़ा पर पूजा अर्चना के बाद उसका दहन किया गया। लगभग 292 वर्ष पहले राजा महाराजाओं द्वारा पूरे शहर वासियों के साथ मिलकर होली पूजा के बाद दहन किया जाता था, उसी परंपरा को आज भी कायम रखा है।
इस होलीका दहन की खास बात यह है कि इसे शाम को ही दहन कर दिया जाता है और इसकी अग्नि को शहरवासी ले जाकर होलिका दहन में उपयोग करते हैं। होलकर कालीन सरकारी होली दहन इंदौर शहर के राजवाड़ा पर होती है। यह शहर में सबसे पहले होली दहन की जाती है और उसके बाद पूरे शहर में होलिका दहन किया जाता है और रंग खेला जाता है।
इंदौर में होल्करकालीन होलिका दहन की तीन सौ वर्षो पुरानी परंपरा को आज भी बखूभी निभाया जा रहा है। शहर का ह्र्दय स्थल कहे जाने वाले इंदौर के राजवाड़ा पर होल्कर शासन काल से होलिका दहन की परम्परा है। होल्कर साम्राज्य के वंशज होली के त्यौहार के अवसर पर हर साल होलिका दहन करने के लिए आते है। माँ अहिल्या के समय से जारी इस रीत को उनके वंशज आज भी निभा रहे है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शाम 7 बजे राजवाड़ा पर सरकारी होली का दहन उन के वंशजो ने पूरे रीति रिवाज के साथ किया, होलिका दहन की परम्परा को पर्यावरण हित में ध्यान रखते हुए बदलाव किया और लकड़ी के बजाये गोबर से बने उपलों से होलिका दहन हुआ। इस अवसर पर महिलाओं ने होलिका की पूजा कर घर और परिवार में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहने की कामना की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *