शासन के विभिन्न पदों पर पदस्थ संविदा कर्मियों द्वारा आज मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। इंदौर क्षेत्र की चार जनपद पंचायत प्रभारी ग्रामीण क्षेत्रों से आए संविदा कर्मियों ने अपनी परेशानी पत्रकारों को बताई और कहा कि प्रदेश के 40 हजार से ज्यादा संविदाकर्मी इससे प्रभावित हो रहे है, साथ ही मुख्यमंत्री को चुनाव के समय दिए गए वचन पत्र के बारे में भी याद दिलाया कि 90 दिनों में नियमित किया जाएगा।
अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर आये संविदा कर्मी का कहना है कि चुनाव के समय कमलनाथ जी ने हमारे मंच से सभी सविदा कर्मी को नियमित करने का कहा था, जिसके कारण हमने बीजेपी का विरोध करते हुए कांग्रेस की सरकार बनाई, ताकि मुख्यमंत्री कमलनाथ 90 दिनों में सभी प्रदेश के संविदा कर्मियों को नियमित कर सकेंगे, लेकिन 14 से 15 माह बीतने के बाद भी इस वचन पत्र पर कोई अमल नहीं हुआ है। वही उनका आरोप है कि नरेगा कमिश्नर शिल्पा गुप्ता द्वारा एक एपीआर निकाला गया है, जिसमें ऐसे ऐसे प्रश्न पूछे गए हैं जो कि सीबीआई और आईबी के द्वारा भी नहीं पूछे जाते हैं। सीधा सीधा उनका आरोप है कि एपीआर नवीन अनुबंध नहीं किया तो निश्चित रूप से 1 मार्च को सभी को बाहर कर दिया जाएगा, जिससे प्रदेश में लगभग 40 हजार से ज्यादा संविदा कर्मी प्रभावित होगे।