56 दुकान का अंतिम दौर ‘श्रृंगार’ चल रहा है। निगम की जो 56 दिन में 56 दुकान को संवारेंगे की प्लानिंग थी उस पर निगम कायम है। ऐसा अनुमान है कि तय समय में 56 दुकान का काम पूरा हो जाएगा।
इंदौर की शान कहलाने वाली 56 दुकान का अंतिम दौर में श्रंगार का काम चल रहा है। यह काम बड़ी फूर्ती से चल रहा है, क्योंकि समय सीमा नजदीक आ गई हैं। नौ मार्च को छप्पन दुकान की समय सीमा खत्म होने वाली है। इससे पहले टारगेट को पूरा करने की कोशिश एजेंसी द्वारा शुरू कर दी गई है। इसीलिए एक-एक घंटे का हिसाब रखा जा रहा है। इसी आधार पर काम भी किया जा रहा है कि कहीं कोई गड़बड़ी न हो जाए। छप्पन दुकान में अंडर ग्राउंड यूटिलिटी डालने का काम पूरा हो चुका है। अब चेम्बर का काम भी अंतिम दौर में है। साथ ही टाइल्स लगाने का काम भी 60 फीसदी तक पूरा हो चुका है। कुल मिलाकर निगम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। इसीलिए काम को लेकर बारीकी से अध्ययन भी कर रहा है। एजेंसी भी एक-एक काम की रिपोर्ट बना रही है, ताकि किसी को भी कोई समस्या है तो उसका समाधान किया जा सकेगा।
निगम कमिश्नर आशीष सिंह ने कहा कि 56 दिन का समय 9 मार्च तक पूरा हो रहा है। पूरे तरीके से हम लोगों की प्लानिंग तैयार की थी कि समय रहते इसे खत्म कर लिया जाएगा। आज भी हम इसपर कायम है। अब जो भी 56 दिन की समय सीमा है और इस काम को पूरा करेंगे। 56 दुकान का परिवर्तन इतना विजिवल होगा कि पहले ओर बाद में जमीन आसमान का अंतर दिखाई देगा। निगम कमिश्नर आशीष सिंह का कहना है कि पार्किंग को लेकर दो तरीके से काम करना शुरू कर दिया है। एक तो वहीं पास में बहुत बड़ा मैदान है, जिस पर हम लोग पार्किंग बना रहे है। तब तक गाड़ी वहीं पर खड़ी करवाना शुरू कर रहे है, बाद में उसे मल्टी लेवल पार्किंग में तब्दील करेंगे। इसके अलावा स्वामी विवेकानंद स्कूल में भी हमारी बात हुई है कि वहां का जो ग्राउंड है वो अभी किसी भी चीज के लिए प्रयोग नहीं होता है, खेलने के लिए भी इसका प्रयोग नहीं होता है। उसका थोड़ा सा हिस्सा हम लोग ले रहे है और उस पर पार्किंग डवलप करेंगे।