जयपुर इंदौर चलने वाली ट्रेन में चार दिन तक सफर करती रही लाश

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जयपुर इंदौर चलने वाली ट्रेन में चार दिन तक एक लाश सफर करती रही। इंदौर जीआरपी ने तलाशी के दौरान बाथरूम में लाष को देखा। फिलहाल पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है।
मामला जीआरपी थाना इंदौर का हैं, जहां जयपुर से इंदौर चलने वाली ट्रेन में एक युवक की लाश मिली। लाश चार दिन पुरानी बताई जा रही है, जिसको पहचानना मुश्किल हो गया था। जब जीआरपी पुलिस में मृतक की तलाशी ली तो उसके जेब से एक अखबार की कटिंग मिली, जिसमें पूर्व में एक युवती ने चिमनगंज थाना क्षेत्र उज्जैन में फांसी लगा ली थी। बताया जा रहा है कि मृतक युवती का प्रेमी भी था, और तब से ही घर से बाहर था। पुलिस ने जब अखबार की कटिंग के माध्यम से उज्जैन के चिमन गंज थाने से संपर्क कर परिजनों को तलाशा तो गायब युवक के परिजनों ने मृतक को पहचानने से इंकार कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने युवक के पास मिले आधार कार्ड और मोबाइल नम्बर से जांच शुरू की, जिसमें एक नई कहानी सामने आई। पुलिस को मृतक की पहचान युवक कमल यादव के रूप में हुई। पुलिस ने मृतक के परिजनों को बाॅडी दिखाई तब जाकर कमल के परिजनों ने हाथ पर बने निशान के आधार पर षिनाख्त की।
वहीं पुलिस ने बताया कि मृतक कमल ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था और कर्जदारों से परेशान होकर घर से भाग गया था और एक चाय की दुकान में काम करने लगा था। मृतक हर एक दिन सुसाइड के नए नए तरीके खोजता था। जिस चाय की दुकान पर मृतक काम करता था उसने बताया कि कमल अखबारों में लगने वाली खबरों की कटिंग अपने पास रखता था और उन्हें दिन में कई बार पड़ता था और सुसाइड करने के नए नए रास्ते खोजता था। पुलिसने षव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। मृतक के परिजनों के पास अंतिम संस्कार के भी पैसे नहीं थे तो इंदौर जीआरपी थाना प्रभारी गायत्री सोनी ने ही उसका अंतिम संस्कार करवाया। पुलिस ने इस पूरे मामले में गंभीरता से लेते हुए रेलवे को पत्राचार भी किया है, जिसमें रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। इस लापरवाही के साथ ही रेल में साफ सफाई को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है।

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