एनआरसी, सीएए के विरोध में चल रहे धरने-प्रदर्शन में मुस्लिम महिलाओं के बड़ी संख्या में आने पर पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने खुशी जाहिर की है। ताई बोलीं कि महिलाओं का मुखर होना मुझे अच्छा लगता है। ताई ने पत्रकारों से चर्चा में बड़वाली चैकी पर चल रहे धरने को लेकर कहा कि, वहां भड़काउ भाषण दिए जा रहे हैं। एक भाषण में कहा गया था कि घुसपैठियों को भी नागरिकता देना चाहिए, ऐसा भड़काउ भाषण गड़बड़ी कर देगा। इंदौर अब शांत शहर बन गया है, पहले होते थे दंगे। यदि वे बातचीत करना चाहते हैं तो मैं तैयार हूं, यदि वहां हम जाए तो बोलेंगे कि जाओ, जाओ तो हम कैसे जा सकते हैं। वे समझना चाहे तो हम समझाने को तैयार हैं। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच चल रही आपसी लड़ाई को लेकर ताई बोली कि कांग्रेस की गुटबाजी को लेकर मुझे कुछ नहीं कहना है। उनकी लड़ाई में मैं क्यों आनंद लूं। कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों अनुभवी नेता हैं। मेरी पार्टी अच्छी रहे, सब मिलकर रहे, ये देखने का मेरा काम है। मेंदोला के पत्र पर बोला कि निमंत्रण देना गलत बात नहीं है। भाजपा के नए अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को लेकर ताई ने कहा कि, वे अनुभवी नेता हैं, विद्यार्थी परिषद में भी उन्होंने काम किया।