भारतीय रिजर्व बैंक चालू वित्त वर्ष के लिए आज अपनी अंतिम मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। बैंक हर दो महीने में मौद्रिक नीति घोषित करता है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार से भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक चल रही है, जिसके समापन के बाद साल 2019-2020 की छठी मौद्रिक नीति घोषित की जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि केन्द्रीय बैंक नीतिगत दर को यथावत रख सकता है लेकिन वह नरम रूख बनाए रखेगा ताकि पूंजी की लागत भी और अनुकूल बनी रहे। हर दो महीने पर प्रमुख नीतिगत दर की घोषणा करने वाली मौद्रिक नीति समिति को सरकार ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रा स्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के दायरे के साथ चार प्रतिशत रखने की जिम्मेदारी दी है। खुदरा मुद्रा स्फीति दिसम्बर 2019 में सात प्रतिशत के ऊपर पहुंच गई। इसका मुख्य कारण सब्जियों के दाम में तेजी है। हालांकि इससे पहले कई महीनों तक मंहगाई दर संतोषजनक स्तर तक बनी रही थी।