सरकार ने विश्व में कम कार्बन उत्सर्जन की अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए 2022 तक 175 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा पैदा करने का लक्ष्य रखा है। वित्त मंत्रालय ने बताया है कि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महा.अभियान योजना के माध्यम से किसानों को ऊर्जा उत्पादक के रूप में सशक्त बनाया जा रहा है। इस योजना को श्पीएम कुसुमश् के नाम से भी जाना जाता है। प्रधानमंत्री किसानए ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महा अभियान पीएम कुसुम के तीन घटक हैं। पहला दस हजार मेगावॉट के नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्रों को लगानाए जिसमें किसान पांच सौ किलोवॉट से दो मेगावॉट क्षमता के संयंत्र लगाएंगे। दूसरा 17 लाख 50 हजार सौर ऊर्जा चालित के सी पम्पों को लगाना और तीसरा ग्रिड से जुड़े दस लाख कृषि पम्पों को सौर ऊर्जा से जोड़ना। सौर पम्पों से एक वर्ष में एक अरब बीस करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी। इस योजना से कार्बनडाईआक्साइड में कमी आएगी और वायुमण्डल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। योजना के तीन घटकों को सम्मिलित करने पर पूरे वर्ष में कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन में दो करोड़ 70 लाख टन की कमी आएगी।