इंदौर के होलकर साइंस महाविद्यालय में नए सत्र 1 जुलाई से कॉलेज में अध्ययनरत सभी छात्र छात्राएं एक जैसी वेषभूषा में नजर आएंगे। दरअसल इंदौर के ही जीडीसी गल्र्स कॉलेज के बाद प्रदेश के यह दूसरा महाविद्यालय है, जहां ड्रेस कोड लागू किया गया है। छात्रों के साथ-साथ अध्यापक भी ड्रेस कोड में नजर आएंगे। तस्वीरों में नजर आ रहा यह इंदौर का होलकर साइंस कॉलेज है, जहां आगामी दिनों में कलरफुल कपड़े पूरी तरह बंद करते हुए ड्रेस कोड लागू कर दिया जाएगा। नए सत्र 1 जुलाई से इंदौर होलकर साइंस महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को अब कॉलेज द्वारा बताए गए ड्रेस में ही कॉलेज में प्रवेश मिलेगा। लागू किए गए ड्रेस कोड को लेकर कॉलेज प्राचार्य डॉ सुरेश सिलावट का कहना है कि कॉलेज में समय-समय पर नई-नई पहल की जाती रही है, जिसमे पहले आईडी कार्ड गले में डालने की अनिवार्यता और मोबाइल कैम्पस में पूरी तरह वर्जित किया गया था। अब नए सत्र में एक जुलाई से छात्रों और अध्यापकों के लिए कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए ड्रेस लागू की गई है। छात्रों की ड्रेस क्या होगी ये कॉलेज के टॉप छात्र छात्राएं तय करेंगे। ड्रेस कोड को लेकर छात्रों ने भी अपनी बात मीडिया से कही और रंग बिरंगे कपड़ो को लेकर किए गए बदलाव में अपनी सहमति जताते हुए ड्रेस कोड को अच्छा फैसला बताया। सभी ने इस बात की भी खुशी जाहिर की कि सप्ताह में एक दिन शनिवार को जींस और अन्य ड्रेस में कॉलेज आने की छूट मिली है।