राजभवन और प्रदेश के महामहिम राज्यपाल लालजी टंडन को गृहमंत्री अमित शाह के नाम से फर्जी फोन करने वाला डेंटिस्ट डॉक्टर चंद्रेश शुक्ला ने फर्जीवाड़ा किया है। इसी को लेकर आज इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा की और उन्होंने बताया कि यह फर्जीवाडा पहली बार नहीं हुआ है।
पूर्व कार्य परिषद सदस्य राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विद्यालय अजय चैरडिया का आरोप है कि व्यापमं घोटाले के आरोपों से निकटता रखने वाला चंद्रेश शुक्ला प्रदेश की मेडिकल एजुकेशन में बीते वर्षों में कई घोटालों का अंजाम दे चुका है। 9 दिसंबर को ही मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति पद के उम्मीदवार बने चंद्र शुक्ला के फर्जीवाड़े की शिकायत महामहिम राज्यपाल को भी कर दी गई थी। उसी शिकायत का नतीजा रहा कि पहले तो कुलपति चयन प्रक्रिया में राजभवन ने नए नियम शामिल किए। फर्जी फोन कॉल के मामले में पकड़ाया चंद्रेश के घोटाले में विक्रम विवि के पूर्व कुलपति डॉ एसएस पांडे भी शामिल है। खास बात यह है बात यह कि डॉक्टर पांडे अभी मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर के कुलपति चयन समिति में सदस्य है। ताजा मामले में भी इसका नाम कुलपति पद के उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने ही राजभवन के सामने रखा दिसंबर में शिकायत से जब चंद्रशेखर को अपना खेल बिगड़ता लगा तो उसने फर्जी फोन का कॉल और गृहमंत्री शाह के नाम तक का सहारा ले लिया। राजभवन ने चंद्रशेखर को तो पुलिस के हवाले कर दिया लेकिन दोष पूर्ण तरीके से बनी चयन समिति और फर्जीवाड़े में चंद्रेश के सहभागी डॉक्टर पांडे अभी भी कमेटी में बने हुए है।