आतंकियों ने हमारे वीर जवानों का लहू बहाकर हम हिंदूस्तानियों को चुनौती दी है। पूरे देश का खून खौल रहा है। हर शख्स बदला लेने की मांग कर रहा है। 44 जवानों के लहू से धरती मां फिर लाल हुई है। 35 जवानों की हालत गम्भीर है। हम चैन की नींद सो सके इसलिए जवान अपनों को छोड़कर ड्यूटी पर लौट रहे थे। उन पर कायरतापूर्वक हमला किया गया। जवानों पर हुए हमले के बाद आतंकियों को जवाब नहीं देना कायरता की निशानी है। अपने साथियों को खोकर गुस्से में बैठे जवान जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। आज हर वो मां फोन उठाने से भी डर रही है जिसका बेटा कश्मीर में तैनात है। पूरा देश शोक स्तब्ध है। 350 किलों के विस्फोटक से सीआरपीएफ की बस के चीथड़े उड़े है। धमाके से आठ किमी तक धरती हिली है। हमले वाले स्थान पर तीन फीट का गड्ढा हो गया। कश्मीर में 30 साल के आतंकवाद में अब तक का यह सबसे बड़ा हमला है। जवानों से भरी जिस बस से विस्फोटक से भरी एसयूवी टकराई थी उस बस का एक भी जवान नहीं बचा। सोशल मीडिया पर शोक संदेश और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। पूरा देश एकजुट होकर बदला लेने की बात कह रहा है। अपने लाल को खोने वाली हर मां यही विनती कर रही है कि उनके लाल का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
पुलवामा के अवंतीपोरा में हुए आंतकी हमले के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सभी दौरे रद्द कर दिए है। आज उनके इटारसी और कल धार में रैली होना थी। हमले के बाद भारत बड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रहा है। तीनों सेना प्रमुख, एनएसए की दिल्ली में बैठक शुरू हो गई है। पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल है। एनआईए की एक 12 सदस्यीय टीम आज हमले वाली जगह पर फाॅरेंसिक साक्ष्य जुटाएगी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी का आतंकवाद के खिलाफ न सिर्फ उनका गुस्सा बल्कि आंतकवाद के खिलाफ मुंह तोड़ जवाब देने का बयान भी आया। पीएम मोदी बोले कि हमारे जवानों को हमने पूरी आजादी दे दी है, हमें अपने सैनिकों की बहादुरी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने आतंकी संगठनों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं, बहुत बड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने आतंकियों को उनके किए की सजा जरूर देने की बात कही है। कैबिनेट कमेटी की बैठक के बाद अरूण जेटली का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिया जाएगा, वाणिज्य मंत्रालय सूचना जारी करेगा। विदेश मंत्रालय इस पर अन्य देशों से कूटनीतिक बात करेगा और आतंकवाद को रोकने के बारे में बात होगी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की पुलवामा आतंकी हमले की कड़ी निंदा
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा कि कृपया ईमानदार संवेदना स्वीकार करें। हम इस क्रूर अपराध की कड़ी निंदा करते हैं। इस हमले के अपराधियों और प्रायोजकों को निःसंदेह दंडित किया जाना चाहिए।
पुलवामा में आतंकी हमले के खिलाफ वाराणसी और लखनऊ में प्रदर्शन
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को लेकर देश में गुस्सा है। देश भर में लोग सड़क पर उतर आए हैं। वाराणसी में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। सीआरपीएफ जवानों पर कायराना फिदायीन हमले के बाद पाकिस्तान पर शहरियों का गुस्सा फूटा है। उधर लखनऊ के गुरुवार रात, हजरतगंज और ऐशबाग में लोगों ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पाकिस्तान का जनाजा निकाला। लोगों का कहना है कि पाकिस्तान ने फिर से कायराना हरकत की है। मोदी सरकार को उसे अब पूरी तरह बर्बाद कर देना चाहिये।
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवान पंकज त्रिपाठी के घर यूपी के महराजगंज में मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उधर हमले में शहीद होने की खबर सुनकर पंजाब गुरुदासपुर के रहने वाले शहीद जवान मनिंदर सिंह के घर पर मातम पसर गया। पूरा गांव मनिंदर सिंह के घर पर अपनी संवेदनाएं प्रकट करने पहुंचा। हमले में शहीद हुए जवान रमेश यादव के घर पर भी मातम पसरा हुआ है। वाराणसी में उनके घर पर लोग पहुंच रहे हैं। शहीद होने वालों में यूपी के शामली जिले के जमान थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के मोहल्ला प्रताप नगर का रहने वाला प्रदीप है। वही दूसरे जवान थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के ही मोहल्ला रेलपार निवासी अमित है। दोनों जवान आतंकियों द्वारा हुए आत्मघाती हमले में शहीद हो गए। देर शाम शहादत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्नाव शहर कोतवाली के लोकनगर मोहल्ला के रहने वाले प्यारेलाल का 35 वर्षीय बेटा अजीत कुमार आजाद 115वीं बटालियन में सीआई के पद पर तैनात था। देर शाम शहीद होने की खबर मिलते ही मां राजवती, पत्नी मीना व दो बेटियों ईशा और श्रेया का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। कन्नौज के तिर्वा के सुख्सेंपुर निवासी जवान प्रदीप सिंह यादव भी उस बटालियन में शामिल थे, जिसे आतंकियों ने अपना निशाना बनाया। शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। आगरा के कइरई गांव के जवान कौशल कुमार रावत भी हमले में शहीद हो गए। कौशल की शहादत की खबर आई तो पूरा गांव रो उठा। देवरिया के विजय मौर्या भी शहीद हुए है। सीआरपीएफ के 92 बटालियन कांस्टेबल के पद पर थे। हमले में वाराणसी के चिरईगांव ब्लाक के मिलको गांव के रमेश यादव भी शहीद हुए है। वही, आतंकी हमले में इटावा के राम वकील माथुर भी शहीद हुए है। राम वकील की 10 फरवरी को ही छुट्टी खत्म हुई थी। परिजनों को शहादत की सूचना मिलते ही परिवार व क्षेत्र में कोहराम मच गया है। प्रयागराज के मजा के महेश कुमार भी शहीद हुए जवानों में शामिल हैं। महेश 118 बटालियन में तैनात थे। इस समय उनकी पोस्टिंग बिहार में थी। इसके अलावा मैनपुरी के करहल स्थित गांव विनायकपुर के सैनिक राम वकील शहीद हुए है।