लोकसभा चुनाव में 6 महीने से कम वक्त रह गया है. ऐसे में बीजेपी ने आम चुनाव के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. बीजेपी का मुख्य फोकस सबसे ज्यादा 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश पर है. वैसे भी राजनीतिक गलियारों में कहा जाता है कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है. बीजेपी ने इसी को ध्यान में रखते हुए यूपी में ‘मिशन 80’ के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
यूपी में ‘मिशन 80’ को लेकर बीजेपी की गुरुवार को बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में महासचिव विनोद तावड़े, योगी आदित्यनाथ, यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत तमाम बड़े नेता एक मंच पर नजर आए.बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन और रणनीति पर चर्चा हुई, साथ ही राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों का भी जायजा लिया गया. बैठक में दिग्गजों के लिए ग्रास रूट लेवल में काम रहे नेताओं को भी बुलाया गया और उनसे रिपोर्ट ली.
नए वोटर जोड़ेगी बीजेपी
बीजेपी यूपी में 80 सीट जीतने के लिए 24 जनवरी से नए वोटरों को जोड़ने का काम शुरू करेगी. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी वर्चुअली जुड़ेंगे. पीएम मोदी को तीसरी बार सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाने के लिए सबसे बड़े राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने भी कमर कस ली है और यूपी में अभियान को नाम दिया है- ‘मिशन 80.’
50 प्रतिशत वोटों का लक्ष्य
वैसे पिछले 2 चुनाव की बात करें, तो बीजेपी को यूपी से भरपूर वोट और सीटें मिली हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन ने राज्य में 73 सीटें जीती थीं. वहीं, 2019 में 64 पर जीत हासिल की. 2019 में भले ही सीटें कम हुईं, लेकिन एसपी-बीएसपी के गठबंधन के बावजूद बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ गया. 2014 में बीजेपी को जहां 42.63% वोट मिले थे, वहीं 2019 में उसके खाते में 49.56% वोट आए. बीजेपी ने इस बार 50 फीसदी से भी ज्यादा वोट का लक्ष्य रखा है. इसके लिए पार्टी के नेताओं ने मेहनत भी शुरू कर दी है.
बीजेपी की नजर नए वोटर्स पर है. इसके लिए बीजेपी अभियान चलाने वाली है. बीजेपी 24 जनवरी को यूपी के सभी विधानसभा क्षेत्रों में ‘नव मतदाता’ सम्मेलन करेगी. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी वर्चुअली जुड़ेंगे. इसके अलावा बीजेपी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए बीजेपी ने 55 सदस्यीय रणनीति कमेटी का भी गठन किया है.
नए उम्मीदवारों पर दांव लगाएगी बीजेपी
बीजेपी जानती है कि जातीय समीकरणों में उलझी यूपी की 80 में से 80 सीटें जीतना आसान नहीं है और इसलिए वो कड़े फैसले लेने के लिए भी तैयार है. यूपी की जमीनी हकीकत को जानने के लिए बीजेपी ने कई लेवल का सर्वे भी करवाया है. सर्वे की रिपोर्ट और पार्टी के आकलन के बाद 25 से 30% सीटों पर उम्मीदवार बदल जाए तो हैरानी नहीं होगी. लंबे समय पहले ही बीजेपी ने हर लोकसभा सीट पर दूसरी लोकसभा से कार्यकर्ता को भेज दिया था, जिन्हे प्रवासी कार्यकर्ता कहा जाता है. उनकी रिपोर्ट भी अहम है.
सीट बंटवारे में उलझा विपक्ष
जहां बीजेपी तैयारियों में जुट गई है, दूसरी तरफ विपक्ष सीट बंटवारे की उलझन में फंसा है. अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा.यूपी में विपक्ष के सबसे बड़े चेहरे सपा मुखिया अखिलेश यादव को उम्मीद है कि जल्द सबकुछ साफ होने वाला है. अखिलेश यादव ने कहा, मुझे उम्मीद है कि गठबंधन की जो बातचीत हो रही है वो अच्छे माहौल में हो रही है इसका पता आपको बहुत जल्द लगेगा. ऐसे में 2024 में एक बार फिर यूपी की लड़ाई दिलचस्प होने वाली है.