रायपुर : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के तहत दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को कराया जाएगा. मतदान 19 जिलों की 70 सीटों पर होगा. इनमें से 9 सीट एससी और 17 एसटी के लिए आरक्षित है. दूसरे चरण के मतदान में कुल 958 प्रत्याशी मैदान में हैं. 70 सीटों पर कुल वोटरों की संख्या 1.63 करोड़ है जिसमें 81.42 लाख पुरुष वोटर और 81.72 लाख महिला वोटर हैं जबकि 684 थर्ड जेंडर के वोटर हैं. चुनाव आयोग की तरफ से अंतिम चरण के लिए 18,806 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
अब उम्मीदवारों की बात करें तो सबसे ज्यादा प्रत्याशी रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर खड़े हुए हैं. यहां से 26 प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि डौंडी लोहारा में सबसे कम चार प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
जिलेवार हैं इतनी सीटें
जशपुर जिले में 3, कोरिया में 3, सूरजपुर में 2, सरगुजा में 3, बलरामपुर में 3, बालोद में 3, दुर्ग में 6, बेमेतरा में 3, धमतरी में 3 , गरियाबंद में 2, रायपुर में 7, बलौदाबाजार-भाटापार में 4, महासमुंद में चार, बिलासपुर में 5, मुंगेल में 2, कोरबा में 4, जांजगीर-चांपा में 6, रायगढ़ में 5, गौरेला-पेंडा-मरवाही में 2 सीटें हैं.
इसलिए भी अहम है दूसरा फेज
इस चरण में सीएम भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की सीट पर मतदान होंगे. सीएम समेत 10 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह की सीट पर भी शुक्रवार को वोटिंग होगी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और दो सांसदों की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. दूसरे चरण में उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में वोटिंग कराई जाएगी.
इन मंत्रियों की सीट पर मतदान
सीएम भूपेश बघेल दुर्ग के पाटन से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सरगुजा संभाग के अंबिकापुर से मैदान में हैं. खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत को सीतापुर से टिकट मिला है जबकि खेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल खरसिया से चुनाव लड़ रहे हैं. राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल कोरबा, नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया आरंग, समाज कल्याण मंत्री अनिल भेड़या डौंडी लोहारा से, लोक निर्माण, गृह एवं जेल मंत्री ताम्रध्वज साहू दुर्ग ग्रामीण से, संसदीय कार्य़ मंत्री रविंद्र चौबे साजा से और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी गुरु रुद्र कुमार नवागढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं.
कांग्रेस के वीआईपी चेहरे
सीएम बघेल इस बार पाटन से चुनाव लड़ रहे हैं, 2018 में कांग्रेस की जीत के बाद वह सीएम बने थे. वह पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रहे हैं. 1993 में पहली बार विधायक चुने गए थे. वहीं, छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री सरगुजा रियासत के महाराजा हैं. 2008 से लगातार 3 बार के विधायक हैं. 2013 से 2018 तक विधानसभा में नेता विपक्ष रहे. सरगुजा जिले की अंबिकापुर सीट से उम्मीदवार हैं. छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक हैं. विधानसभा स्पीकर चरणदास महंत कांग्रेस के जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती से उम्मीदवार हैं. तीन बार के विधायक हैं और तीन बार सांसद रहे हैं. वह छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं. इनकी पत्नी ज्योत्सना महंता कोरबा की सांसद हैं.
बीजेपी के इन हाई प्रोफाइल की किस्मत दांव पर
बीजेपी के उम्मीदवार बृज मोहन अग्रवाल रायपुर सिटी दक्षिण से उम्मीदवार हैं. वह लगातार सात बार के विधायक हैं. एमपी और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रहे हैं. 1990 से लगातार 33 साल से विधायक हैं. 2003 से 2018 तक लगातार मंत्री रहे हैं. केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह कोरिया जिले की भरतपुर-सोनहत से प्रत्याशी हैं. केंद्रीय आदिवासी कल्याण राज्यमंत्री हैं. सरगुजा लोकसभा सीट से सांसद हैं. 2 बार पहले विधायक रह चुकी हैं. छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं. बीजेपी नेता अरुण साव मुंगेली जिले की लोरमी सीट से उम्मीदवार हैं. छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष हैं. बिलासपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं. पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं.