
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में इंदौर-3 निर्वाचन क्षेत्र से कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय का टिकट काट दिया गया है. ऐसे में विधायक आकाश विजयवर्गीय ने पार्टी के फैसले को स्वीकार करते हुए कहा कि, जब कैलाश विजयवर्गीय को टिकट मिला लगभग तभी यह बात स्पष्ट हो गई थी कि मुझे तो इस बार टिकट नहीं मिलेगा. आगामी राज्य चुनावों के लिए राकेश गोलू शुक्ला को इंदौर-3 निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया गया है. हमें खुशी है, हमने इस फैसले को स्वीकार किया क्योंकि यह पार्टी के हित में है.
आकाश विजयवर्गीय ने आगे कहा कि, हमने पिछले साढ़े चार सालों में क्षेत्र में कई विकास कार्य किए हैं. बीजेपी सरकार की योजनाओं को अपने विधानसभा के लोगों तक पहुंचाया. सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ इंदौर-3 निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए काम किया. अब मुझे विश्वास है कि गोलू शुक्ला के नेतृत्व में भी आने वाले सालों में तेजी से विकास कार्य होंगे. आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे लिए पार्टी जो भी रोल तय करती है. हम उसपर काम करते हैं, आगे भी हमें जो कहा जाएगा हम उसे जिम्मेदारी से करेंगे.
पहले ही टिकट कटने की लग रही थी अटकलें
दरअसल, आकाश विजयवर्गीय, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं. कैलाश विजयवर्गीय को बीजेपी ने इंदौर-1 सीट से 25 सितंबर को उम्मीदवार घोषित किया था. इसके बाद से ही अटकलें थीं कि इंदौर-3 सीट की विधानसभा में नुमाइंदगी करने वाले उनके 39 वर्षीय बेटे का टिकट कट सकता है जो आखिरकार सही साबित हुईं.
कौन हैं गोलू शुक्ला?
वहीं इंदौर-3 सीट से बीजेपी ने पार्टी के जिन गोलू शुक्ला को मैदान में उतारा है, वह इंदौर-1 के कांग्रेस विधायक और इस सीट के उम्मीदवार संजय शुक्ला के चचेरे भाई हैं. गोलू शुक्ला ने टिकट मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा, “मुझ जैसे छोटे-से कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाने के लिए मैं बीजेपी संगठन का आभार व्यक्त करता हूं. मैं वर्तमान विधायक आकाश विजयवर्गीय की ओर से किए गए कामों और विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाऊंगा.”