
उज्जैन : फिल्म Omg 2 को A सर्टिफिकेट मिलने के बाद इस फिल्म का कड़ा विरोध शुरू हो चुका है। 11 अगस्त 2023 को यह फिल्म रिलीज होने वाली है। इसके लिए फिल्म के निर्माता नए-नए ट्रेलर के माध्यम से लोगों को भले ही फिल्म के प्रति आकर्षित करने में लगे हों, लेकिन महाकाल मंदिर के पुजारी और उज्जैन के साधु-संतों ने अब इस बात के लिए बिगुल फूंक दिया है कि जब तक इस A सर्टिफिकेट की फिल्म से महाकाल मंदिर के शॉट नहीं हटाए जाते, तब तक हम इस फिल्म का विरोध करते हैं। अगर हमारे विरोध के बाद भी यह फिल्म रिलीज की जाती है तो हम न्यायालय की शरण लेंगे और इस फिल्म को लेकर FIR भी दर्ज कराएंगे।
गौरतलब है कि 11 अगस्त 2023 शुक्रवार को अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी अभिनीत फिल्म Omg 2 रिलीज होने वाली है। फिल्म में अक्षय कुमार भगवान शिव और पंकज त्रिपाठी एक भक्त के रूप मे नजर आएंगे। इस फिल्म के रिलीज को लेकर कई तरह की तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन उज्जैन में फिल्म को A सर्टिफिकेट मिलने को लेकर महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित महेश गुरु ने विरोध शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि यह एक अश्लील फिल्म है, क्योंकि जिस फिल्म को ए श्रेणी का सर्टिफिकेट मिलता है उसे अश्लील माना जाता है। इस फिल्म का फिल्मांकन क्योंकि महाकालेश्वर मंदिर में किया गया है। इसीलिए हम इसका विरोध करते हैं। यह फिल्म भले ही किसी भी विषय को लेकर बनाई गई हो लेकिन जब तक फिल्म से महाकाल मंदिर के शॉट नहीं हटाए जाते तब तक हम इसका विरोध करते हैं।

ओएमजी-2 को लेकर महाकाल मंदिर के पुजारी महेश गुरु और पीठाधीश्वर अवधेशपुरी महाराज ने विरोध जताया
पुजारी गुरु ने बताया कि हम न्यायालय की शरण मे जाने को भी तैयार हैं। साथ ही पुलिस एफआईआर दर्ज करने की तैयारी भी की जा रही है। कुछ दिनों में ही इसके नोटिस भी जारी कर दिए जाएंगे। ऐसा नहीं है कि फिल्म Omg 2 को A सर्टिफिकेट मिलने से महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी को ही आपत्ति हो। स्वस्तिक पीठ के पीठाधीश्वर परमहंस अवधेशपुरी महाराज ने भी इस फिल्म पर आपत्ति ली है। उनका कहना है कि अगर Omg 2 फिल्म को A सर्टिफिकेट मिला है तो इसका सीधा सा अर्थ है कि इस फिल्म को 18 साल से कम उम्र के लोग नहीं देख सकते हैं। यह फिल्म सेक्स एजुकेशन की नीव पर टिकी हुई है, जिसमें सेंसर बोर्ड ने नागा साधुओं के विजुअल्स, स्कूल का नाम परिवर्तन करने के साथ ही फिल्म में कई कट लगाए हैं।
अवधेशपुरी महाराज ने बताया कि यह फिल्म उज्जैन में रहने वाले शिव जी के भक्त कांतिशरण मुद्गल के इर्द-गिर्द घूमती है और भगवान महाकाल के मंदिर में इसकी शूटिंग हुई है। शूटिंग के समय ही मेरे द्वारा कई विषयों पर आपत्ति जताई गई थी और कहा गया था कि इस प्रकार की फिल्में धार्मिक स्थलों पर नहीं बनना चाहिए, लेकिन उस समय की मेरी आशंकाओ पर वर्तमान मे सेंसर बोर्ड ने आपत्ति ली है। अगर फिल्म निर्माता सेंसर बोर्ड के कहे अनुसार इस फिल्म मे बदलाव नहीं करते और फिल्म को 11 अगस्त 2023 को रिलीज कर दिया जाता है तो निश्चित ही मैं इस फिल्म को लेकर FIR दर्ज करवाऊंगा और इस फिल्म को लगने नहीं दिया जाएगा।