अगर हम स्वादिष्ट चटनी का इस्तेमाल अपने रोज के खाने के साथ करते हैं, तो ये ना सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इससे शारीरिक समस्याओं से भी छ़ुटकारा मिलता है। यह बात जानी-मानी पोषण आहार विशेषज्ञ डॉ. अमिता सिंह ने महिला-बाल विकास द्वारा पोषण माह में रेडियो जॉकीस के साथ हुई मीडिया कार्यशाला में कही। डॉ. सिंह ने बताया कि कम मेहनत से बनाई चटनी में धनिया, नींबू, मिर्च, लहसून, इमली और टमाटर जैसी चीजों को उपयोग किया जाता है। इन चीजों में विटामिन-सी, लाइकोपीन, पोटेशियम, कैल्श्यिम सहित कई अन्य जरूरी पोषक तत्व पाए जाते है।
महिला-बाल विकास विभाग द्वारा पूरे सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण माह का मुख्य उद्देश्य जीरो से 6 वर्ष की आयु तक के बच्चे में ठिंगनेपन से बचाव तथा 15 से 49 वर्ष तक की किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री माताओं में एनीमिया में कमी लाना तथा कम वजन के साथ जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में कमी लाना है।
राष्ट्रीय पोषण माह अभियान में विभिन्न विभागों के अलावा रेडियो एवं चैनल्स के माध्यम से पोषण जागरूकता पर कार्यशाला आयोजित की जा रही है।