रायपुर। पूर्व सीएम अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के स्वास्थ्य में सुधार हो गया है, उन्हें बालाजी अस्पताल में डिस्चार्ज कर पुलिस अभिरक्षा में पेंड्रा जेल भेज दिया गया है. अमित जोगी को 11 सितंबर की रात को बालाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ, सर दर्द, यूरीन रिटेंशन इलेक्ट्रोलाईट इनबैलेंस, अनइजिनेस, रेडी कार्डिया की शिकायत के बाद इलाज के लिए भर्ती कराया गया था.
अमित जोगी ने कहा कि मैं पागल नहीं हूँ, जो बातें निर्वाचन पत्र बी फ़ार्म में नहीं पूछा जाता है उसको मैं क्यों लिखूंगा. यह एक सोची समझी षड्यंत्र है. बदलापुर की राजनीति है इसीलिए मुझे फँसाया गया है. इसके साथ ही अमित जोगी ने कहा कि जो पहले जो जोगरीया से ग्रसित थे वो अब रमेसिया रोग से ग्रसित हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि मेरे आग्रह पर आज मुझे डिस्चार्ज किया गया है. अगले एक सप्ताह तक लगभग मैं चल फिर नहीं पाऊंगा. मुझे वीलचेयर का इस्तेमाल करने और आराम करने का डॉक्टरों द्वारा निर्देश दिया गया है. मुझे षड्यंत्रपूर्वक फँसाया जा रहा है, जिन्होंने आधा अधूरी कोर्ट को रिपोर्ट सौंपी है उसके अनुसार मैं ओलंपिक में भागने के लिए तैयार हूँ. इस तरह के आधा अधूरी गलत रिपोर्ट सौंपने वालों को कोर्ट में घसीट कर लेकर जाऊँगा और अपने वकीलों से कहा हूं कि इस पर अवमानना का केस लगाएं. मुझे एलिप्सिस मिर्गी है. मुझे कोर्ट पर भरोसा है कि वहां से न्याय ज़रूर मिलेगा.
आपको बता दें अमित जोगी को भाजपा नेत्री समीरा पैकरा की शिकायत पर बिलासपुर पुलिस ने 3 सितंबर को गिरफ्तार किया था. बिलासपुर जेल में रहने के दौरान उनकी तबियत खराब हो गई थी और उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन उन्होंने अपना इलाज मेदांता दिल्ली में कराए जाने की मांग की थी. इसके बाद उन्हें रायपुर केन्द्रीय जेल शिफ्ट किया गया था. जहां आमद देने के पश्चात पहले मेकाहारा फिर बालाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.