भोपाल। प्रदेश में सत्ता परिवर्तित होने के बाद से ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कमलनाथ सरकार का घेराव किया जा रहा है। कभी किसानों की कर्जमाफी, कभी बिजली-पानी तो कभी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खडे किए जा रहे है। अब युवाओं को लेकर शिवराज ने सरकार पर दबाव बनाना शुरु कर दिया है। शिवराज ने कमलनाथ सरकार द्वारा युवाओं की स्वाभिमान योजना पर सवाल उठाए है और पूछा है क्या आपने वचन पत्र में रोज़गार को लेकर कितनी बड़ी-बड़ी बातें की थी। लेकिन कोई भी युवा आपके खोखले वादों से लाभान्वित नहीं हुआ। क्या यह वही पुराने कांग्रेसी अंधकारमय युग की वापसी है?
दरअसल, युवा स्वाभिमान योजना से वंचित होने पर अलग अलग शहरों के युवाओं आज सुबह राजधानी भोपाल सीएम कमलनाथ से मिलने पहुंचे। लेकिन कमलनाथ से मुलाकात न होने पर उन्होंने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। जहां युवाओं ने आरोप लगाया कि उनके पास मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने का अपॉइमेंट था, बावजूद इसके वे नही मिले।जब युवाओं ने कहा कि वह किसी अधिकारी या उनके सीएम के असिस्टेंट से बात करना चाहेंगे तो पुलिस वालों ने उन्हें घेर लिया और उनके साथ बदसलूकी की। युवाओं के मुलाकात का वीडियो पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है।
शिवराज ने अपने ट्वीटर हैंडलर पर लिखा है कि आज मेरे पास रतलाम व उज्जैन के वे बेटे-बेटी आए जिन्होंने कमलनाथ सरकार की युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत नगर निगम में 100 दिन काम किया, बाद में इन्हें स्थायी करने की जगह निकाल दिया गया है। सरकार बनने के बाद यह कहा गया था कि इस योजना के अंतर्गत युवाओं को रोज़गार उपलब्ध कराया जाएगा।
आगे शिवराज ने लिखा है कि जब ये बच्चे मुख्यमंत्री जी से मिलने गए, तो इन्हें समय तो नहीं दिया गया लेकिन घेर कर बद्तमीज़ी और झूमाझटकी की गई। कमलनाथ जी से पूछना चाहता हूँ कि आपकी सरकार नें ही इन्हें रोज़गार उपलब्ध कराने की योजना बनाई, फिर यह अन्याय क्यों?मेरी मांग है कि इन्हें शीघ्र ही स्थायी किया जाए।
शिवराज ने कमलनाथ को वचन याद दिलाते हुए कहा कि कमलनाथ जी, आपने वचन पत्र में रोज़गार को लेकर कितनी बड़ी-बड़ी बातें की थी। वस्तुस्थिति यह है कि कोई भी युवा आपके खोखले वादों से लाभान्वित नहीं हुआ। अभी तो सिर्फ 150 बच्चे मेरे पास आए, प्रदेश में कितने युवा ऐसे भटक रहे होंगे।क्या यह वही पुराने कांग्रेसी अंधकारमय युग की वापसी है?
Look what I shared: Shivraj Singh Chouhan on Twitter: “जब ये बच्चे मुख्यमंत्री जी से मिलने गए, तो इन्हें समय तो नहीं दिया गया लेकिन घेर कर बद्तमीज़ी और झूमाझटकी की गई। कमलनाथ जी से पूछना चाहता हूँ कि आपकी सरकार नें ही इन्हें रोज़गार उपलब्ध कराने की योजना बनाई, फिर यह अन्याय क्यों? मेरी मांग है कि इन्हें शीघ्र ही स्थायी किया जाए!