लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में कप्पा कोविड वैरिएंट के दो केस पाए गए हैं। जब संक्रमण की दूसरी लहर कम होती दिख रही है, राज्य सरकारें चिंतित हैं क्योंकि डेल्टा, अल्फा और कप्पा जैसे वेरिएंट को अधिक घातक माना जाता है। नए वैरिएंट ‘कप्पा’ से संक्रमित रोगी के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। यह पहला मामला है जब इस वैरिएंट के दस्तक देने की जानकारी मिली है। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का नया वैरिएंट आरएनए वायरस है और वातावरण में म्यूटेंट करता रहता है। इसका विस्तार तेजी से होता है। शासन ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज माइक्रोबायोलाजी विभाग से इस वैरिएंट से संक्रमित रोगी के संपर्क में आए लोगों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। संपर्क में आए सभी लोगां के सैंपल लेकर उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर ही इससे बचाव के लिए सख्त उपाए किए जाएंगे। बुधवार को गोरखपुर में एक महिला रेजीडेंट डाक्टर व देवरिया के बुजुर्ग व्यक्ति के डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित होने की रिपोर्ट सामने आने के बाद अब कप्पा वैरिएंट को लेकर पूरी सर्तकता बरती जा रही है।
भारत की प्राण शक्ति बहुत से लोगों को दिखाई नहीं देती: आरएसएस प्रमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास अपनी प्राण शक्ति है, लेकिन यह कई लोगों को दिखाई नहीं देती क्योंकि उनकी…