
मालवा-निमाड़ अंचल के नौ जिलों की 91 पंचायतें और दो नगर परिषद मिसाल बन गई हैं, क्योंकि यहां 100 फीसद टीकाकरण हो चुका है। कुछ ग्राम पंचायतें ऐसी भी हैं, जो लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रही हैं। इन इलाकों के लोगों ने कोरोना महामारी में टीकाकरण के महत्व को समझा। दूसरी ओर कई जिलों में अब भी वैक्सीन को लेकर लोगों की हिचक बरकरार है।
अंचल के जिलों में पहला और दूसरे टीके की स्थिति
बड़वानी : खेतिया नगर परिषद, ग्राम पंचायत तलवाड़ा बुजुर्ग, कुआं, कानसुल, मोरतलाई, नंदगांव व बेडदा में शत-प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। अब तक 2,22,359 को पहला व 29,109 को दूसरा डोज लगा है।
खंडवा : जिले में 422 पंचायतें हैं। इनमें पंधाना ब्लाक की दो पंचायत दीवाल व बिलुद में शत-प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। अब तक 337715 ने टीके लगवाए। इनमें 297168 को पहला व 40547 को दूसरा टीका लगाया है।
रतलाम : जिले के पंचेड़, डाबड़ी, गांव बड़ौदा, मीनावदा में पात्र लोगों को पहला डोज लगाया है। नगर परिषद पिपलौदा में भी शत-प्रतिशत टीका लग चुके हैं। जिले में 335192 को पहला व 47186 लोगों को दूसरा डोज लगा है।
धार : धार जिले में जवास्या, नालछा, रतवा, पिपल्या, मांडवी, बांदेडी, लोहारी पंचायतों में 100% टीकाकरण हो गया है। जिले में करीब 761 पंचायतें हैं।
शाजापुर : 15 ग्राम पंचायतों में 100 फीसद टीकाकरण हो चुका है।
खरगोन : जिले में 591 पंचायते हैं। पांच गांवों में शत-प्रतिशत टीका लग चुका है।
उज्जैन : जिले में 609 पंचायतें हैं। इनमें से 15 पंचायतों में 18+ वालों का 100% टीका चुका है। 38 पंचायतों में 45+ वाले 100% को टीका लग चुका है।
देवास : जिले में 495 ग्राम पंचायतें हैं। 14 पंचायतों में पूर्ण टीकाकरण किया है।