सिर्फ सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध बेड की ही जानकारी अपडेट हो रही
भोपाल;मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों को तत्काल अस्पतालों में बेड मिल सके, इसके लिए सरकार ने व्हाट्सएप नंबर 9407299563 जारी कर दिया है। इस नंबर को मोबाइल की फोन लिस्ट में सेव करने के बाद वाट्सऐप पर जाकर मैसेज में केवल hi लिखना होता है। उसके बाद इसमें सभी जिलों के नाम के साथ एक कोड लिस्ट आती है।
कोड टाइप कर मैसेज करने पर सार्थक ऐप खुल जाता है। जिस पर जिले के प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध बेड की स्थिति के बारे में जानकारी रहती है, लेकिन शासन द्वारा शुरू की गई इस व्यवस्था में एक खामी है।
सरकारी अस्पतालों की जानकारी तो इस के माध्यम से मिल रही है, लेकिन निजी अस्पतालों की जानकारी अपडेट नहीं होने के कारण वहां उपलब्ध बेड की संख्या का पता लगाने के लिए वहां दिए नंबर पर फोन करना पड़ता है। हालांकि कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने जानकारी अपडेट की है, लेकिन अधिकांश निजी अस्पतालों द्वारा जानकारी अपडेट नहीं की जा रही।
अस्पतालों का नंबर भी दिया गया है
प्राइवेट अस्पतालों मैं उपलब्ध बेड की संख्या इसके माध्यम से मिल सकती है, हालांकि यहां पर कुल बेड की संख्या तो दी गई, लेकिन रिक्त की जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में यहा दिए गए नंबर पर कॉल कर खाली बेड की संख्या पता किया सकता है। इससे उसे यहां-वहां भटकने की जरूरत नहीं होगी।
अस्पताल के नंबर पर कॉल करके जानकारी हासिल की जा सकती है।
इसलिए किए जा रहे यह प्रयास
कोविड मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम होने पर तत्काल अस्पताल में भर्ती किया जाना आवश्यक होता है। शरीर में ऑक्सीजन लेवल 95% से कम होने पर ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ती है। अस्पतालों में बेड की जानकारी नहीं मिलने से मरीजों को यहां-वहां भटकना पड़ रहा है। इसके कारण कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ रही है। इसे देखते हुए शासन ने यह निर्णय लिया कि लोगों को तत्काल प्रदेश के हर जिले के कोविड अस्पतालों में उपलब्ध बेड की संख्या का पता चल सके, इसलिए वाट्सऐप सेवा शुरू की है। यह आसान होने के साथ ही सुविधाजनक और तत्काल जानकारी उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण है।
निजी अस्पतालों के खिलाफ शिकायत भी कर सकते हैं
निजी अस्पतालों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार ने दो नंबर 104 और 1075 जारी किए गए हैं। इस पर कॉल कर व्यक्ति तत्काल निजी अस्पताल द्वारा अधिक रुपए लेने की शिकायत कर सकता है। इसके साथ ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग अपना एक टि्वटर हैंडल twitter.com/vihvassarang जारी किया है। इसमें कोई भी व्यक्ति निजी अस्पतालों के खिलाफ शिकायत कर सकता है। इसमें अधिक बिल लिए जाने की शिकायत महत्वपूर्ण है।