हैवी ट्रैफ‍िक के कारण कोविन प्लेटफार्म क्रैश

देश

नई दिल्ली।

पहली मई से टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए मंगलवार को रजिस्ट्रेशन शुरू होते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस भीड़ ने यह भी दिखा दिया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में अब कोई हिचक नहीं है। हालांकि पहले दिन उमड़ी भीड़ के कारण कोविन प्लेटफार्म क्रैश हो गया। लोग रजिस्ट्रेशन के लिए जूझते दिखाई दिए। जिन्होंने शुरुआती प्रक्रिया पूरी भी कर ली, वे भी टीकाकरण के लिए दिन, समय और सेंटर नहीं ढूंढ पाए।

उठ रहे ये सवाल

पहली मई से 18 से 45 की उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू होना है। इस चरण में राज्य और निजी अस्पताल कंपनियों से सीधे टीका खरीदकर लोगों को लगाएंगे। टीके की कीमत पर विवाद और राज्यों के रुख के कारण तीसरे चरण की शुरुआत पर भी सवाल उठ रहे हैं।

रजिस्ट्रेशन की शुरुआत

तीसरे चरण के लिए मंगलवार से रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हुई। कोविन प्लेटफार्म अचानक उमड़ी भीड़ को संभाल नहीं पाया। रजिस्ट्रेशन में आने वाली समस्या के बारे में पूछने पर नेशनल हेल्थ अथारिटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्यों को 18 से 45 साल के युवाओं के लिए खोले गए वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी कोविन पोर्टल पर उपलब्ध कराना जरूरी है।

बतानी होगी डोज की संख्‍या

साथ ही राज्यों को यह भी बताना होगा कि किस वैक्सीनेशन सेंटर पर कितनी डोज उपलब्ध है। ताकि उसी के हिसाब से युवाओं के लिए वैक्सीनेशन सेंटर के साथ-साथ समय और तारीख दी जा सके। नेशनल हेल्थ अथारिटी के सीईओ आरएस शर्मा के अनुसार वैक्सीनेशन सेंटर पर भारी भीड़ की आशंका को देखते हुए पंजीकरण के समय ही युवाओं को वैक्सीन लगाने का स्थान, दिन और समय तय करना जरूरी है।

धीरे-धीरे मिलने लगेगी जानकारियां

जैसे-जैसे राज्य वैक्सीनेशन सेंटर और वहां उपलब्ध डोज की जानकारी अपडेट करते जाएंगे, पंजीकरण की प्रक्रिया बढ़ती जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उम्मीद जताई कि अगले कुछ दिनों में पूरी प्रक्रिया सुचारू रूप से काम करने लगेगी।

…नहीं आएगी मुश्किलें

18 से 45 साल के सामान्य लोगों को भले ही रजिस्ट्रेशन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन निजी क्षेत्र की कंपनियों में काम कर रहे लोगों को ऐसी मुश्किल नहीं आएगी। आरएस शर्मा के अनुसार निजी क्षेत्र की कंपनियों को अपने कर्मचारियों को टीका लगाने के लिए कोविन पोर्टल पर पहले पंजीकरण की शर्त नहीं होगी। वे निजी क्षेत्र के अस्पतालों से तालमेल कर अपने कर्मचारियों को टीका लगवा सकती हैं।

विस्तृत विवरण करना होगा अपडेट

वैक्सीन लगाते समय अस्पताल को लाभार्थी का विस्तृत विवरण कोविन पोर्टल पर अपडेट करना होगा। नेशनल हेल्थ अथारिटी और स्वास्थ्य मंत्रालय से जानकारी नहीं मिल सकी कि अभी तक 18 से 45 साल के उम्र के युवाओं के लिए राज्यों और निजी क्षेत्र ने कितने वैक्सीनेशन सेंटर खोले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें निजी क्षेत्र के अस्पतालों के साथ मिलकर कई कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों का एक मई से टीकाकरण शुरू करने की जानकारी मिली है।

वैक्सीन सेंटर को रहना होगा मुस्‍तैद

बहरहाल यह साफ है कि अब वैक्सीन सेंटर को ज्यादा चुस्त दुरुस्त करना होगा। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में रोजाना लगभग 25 लाख वैक्सीन लग रही हैं। सभी बालिगों के लिए टीकाकरण खुलने के बाद यह आंकड़ा दोगुना हो सकता है।

सरकारी निर्देश का असर, सस्ती हुई कोविशील्ड

वैक्सीन की कीमत घटाने को लेकर केंद्र सरकार के निर्देश का असर दिखने लगा है। सोमवार को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में वैक्सीन निर्माता घरेलू कंपनियों को कीमत घटाने को कहा गया था और बुधवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआइआइ) ने अपनी कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 400 रुपये से घटाकर 300 रुपये प्रति डोज करने का एलान कर दिया। देश की दूसरी वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक पर भी अब कीमत कम करने का दवाब बढ़ गया है।

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