हनुमान जन्मोत्सव पर्व हिंदू धर्म के लोगों के द्वारा मनाया जाने वाला एक ऐसा पावन पर्व है, जिसे पूरे भारत देश में बड़े धूमधाम से और बहुत आस्था के साथ मनाया जाता है। इस बार यह जयंती 27 अप्रैल, दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। हनुमान जयंती पर्व साल में दो बार मनाया जाता है।
प्रसाद में इसलिए चढ़ाया जाता है बूंदी का लड्डू
हनुमान जी के जन्मोत्सव पर बूंदी का भोग लगाया जाता है। बूंदी लाल रंग वाली हो, इस बात का खास ध्यान रखें। मान्यता है कि बजरंगबली को बूंदी के लड्डू या बूंदी चढ़ाने से सभी ग्रह बाधाओं का नाश होता है। वैसे बूंदी के अलावा लोग हनुमान जी को बेसन का लड्डू भी प्रसाद में चढ़ाते हैं। ऐसी मान्यता है कि बजरंग बली को लाल और पीला रंग बहुत प्रिय है।
ऐसे बनाएं बूंदी के लड्डू
बूंदी के लिए
बेसन- 1 कप, बारीक सूजी- 1 टेबलस्पून, रेड फूड कलर- 1/4 टीस्पून, तेल- फ्राई करने के लिए, नमक- एक चुटकी, पानी- 3/4 कप
चाशनी के लिए
शुगर- 3/4 कप, पानी- 1 कप, हरी इलायची- 2, रोज एसेंस- 3 बूंदे
अन्य सामग्री
पिस्ता- 8-10, सूखे खरबूजे के बीज- 2 टीस्पून, घी- आवश्यकतानुसार
ऐसे बनाएं बूंदी के लड्डू
– एक बाउल में बेसन, बारीक सूजी, रेड फूड कलर और चुटकी भर नमक डालकर मिक्स करें।
– धीरे-धीरे पानी डालते हुए पेस्ट बनाएं। जिससे गांठें न रह जाएं।
एक तरफ कढ़ाई में घी या तेल जिसमें भी लड्डू बनाना चाहते हैं गर्म करना शुरु कर दें। तेल गर्म हो जाने के बाद आंच को मीडियम लेवल पर कर दें। अब छन्नी की सहायता से बूंदी बनाएंगे।
– छन्नी पर बेसन का घोल डालते हुए बूंदी बनाएंगे।
– तेल में बूंदी को अच्छी तरह फ्राई करेंगे। फिर इसे प्लेट में निकाल लें।
– बचे हुए बेसन के घोल से बूंदी तैयार कर लें।
– चाशनी तैयार करने के लिए एक बर्तन में पानी और चीनी डालकर उबलने के लिए रख दें।
– फिर इसमें हरी इलायची और रोज एसेंस डालें।
– एक तार की चाशनी बनने तक पकाएं।
– अब तैयार बूंदी को चाशनी में डालें। इसी के साथ इसमें पिस्ता और खरबूजे के बीज मिलाएं।
– आंच से चाशनी का बर्तन उतारकर कम से कम 15-20 मिनट रख दें।
– इसके बाद हाथों पर तेल या घी लगाकर लड्डू बनाना शुरु करें।