सीबीएसई और विभिन्न राज्यों के बाद अब उत्तर प्रदेश ने भी बोर्ड परीक्षाएं टाल दी हैं। जानकारी के मुताबिक, कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाएं भी स्थिगत कर दी गई हैं। ये परीक्षाएं 8 मई से शुरू होने वाली थीं। साथ ही हाई लेवल बैठक में लिए गए फैसले के मुताबिक, 15 मई तक कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूल व कॉलेज बंद रखने का आदेश दे दिया गया है। सीबीएसई की हाईस्कूल की परीक्षा रद्द किए जाने और इंटर की परीक्षाएं स्थगित किए जाने के बाद अब यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के निर्णय पर विद्यार्थियों की निगाहें लगी थीं। उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा था कि कोरोना के ऐसे ही हालात रहे तो यूपी बोर्ड परीक्षाएं भी टलेंगी।
इस बीच, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित 2,000 से अधिक एक्टिव केस वाले सभी 10 जनपदों में नाइट कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। अब रात्रि 08 बजे से प्रातः 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी रहेगा।
इससे पहले केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सीबीएसई 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी, जबकि सीबीएसई 12वीं की परीक्षा अभी टाल दी गई है। कोरोना ने फिर से पलटवार किया तो इसका सबसे ज्यादा असर स्कूलों पर हुआ। दोबारा खुलने की तैयारी कर रहे स्कूलों को बंद कर दिया गया। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक सीबीएसई की चार मई से प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि कोरोना के चलते मौजूदा समय में 11 राज्यों के स्कूल बंद हैं। सीबीएसई एक केंद्रीय बोर्ड है, इसलिए सभी राज्यों में एक साथ परीक्षा जरूरी है। लेकिन कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की जो स्थिति बनी हुई है, उसमें यह संभव नहीं है।
वहीं कोरोना के कारण बिगड़े हालात को देखते हुए मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल, राजस्थान और महाराष्ट्र की सरकारों ने भी दसवीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है। हरियाणा सरकार गुरुवार को बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला लेगी। उत्तर प्रदेश और बंगाल ने कहा है कि वे स्थिति पर नजर रखे हैं और जल्द ही फैसला लेंगे। वहीं कर्नाटक ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षाएं कराने का एलान किया है। पंजाब में परीक्षा की अगली तारीखें तय करने के लिए एक जून को समीक्षा बैठक होगी। हिमाचल सरकार ने 17 मई तक 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है।