60 घंटे से चल रहे ऑपरेशन के बाद भी कानपुर कांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। ऐसे में पुलिस के कुछ अधिकारियों को आशंका है कि वह राज्य की सीमा सील होने से पहले ही उत्तर प्रदेश से फरार हो चुका है। हिस्ट्रीशीटर बदमाश के घर पर दबिश देने गई पुलिस टीम पर हुए हमले में आठ जवान शहीद हो गए थे। घटना कानपुर जिले के बितरू गांव में हुई थी।
बितरू कांड के बाद विकास दुबे को पकड़ने के लिए शुरू हुई कार्रवाई के बाद ही डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने राज्य के 75 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया था। इसके बाद विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। उसे पकड़ने के लिए 3000 पुलिसकर्मियों की 50 टीम राज्य भर में तैनात कर दी गई। हालांकि अभी तक उसे पकड़ा नहीं जा सका है।
औरैया में मिली आखिरी लोकेशन
विकास दुबे के मोबाइल की अंतिम लोकेशन औरैया जिले में मिली है। औरैया मध्य प्रदेश से सटा हुआ है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि वह इटावा और झांसी के रास्ते मध्य प्रदेश में दाखिल हो चुका है। कानपुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि औरैया से कई शॉर्टकट और तमाम ऐसे रास्ते हैं जो मध्य प्रदेश तक जाते हैं।
मध्य प्रदेश में दाखिल होने के बाद अन्य राज्य में जाने की आशंका
उन्होंने आशंका व्यक्त की कि राज्य पुलिस द्वारा सतर्कता बरतने और सीमा सील करने से बहुत पहले शुक्रवार को विकास दुबे ने पुलिसकर्मियों पर हमले के बाद राज्य छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की सीमाओं पर वाहन जांच कम से कम पांच-छह घंटे बाद शुरू की गई थी। विकास दुबे के लिए राज्य से भागने के लिए यह पर्याप्त समय था। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात की भी संभावना है कि वह मध्य प्रदेश में दाखिल होने के बाद किसी अन्य राज्य में प्रवेश कर चुका है।
डीजीपी बोले, सटीक लोकेशन के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं
विकास दुबे के उत्तर प्रदेश से फरार हो जाने के बारे में जब डीजीपी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कई तरह के इनपुट्स मिल रहे हैं, जिसमें यह संकेत मिलता है कि वह या तो मध्य प्रदेश या नेपाल चला गया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उसके सटीक लोकेशन के बारे में अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है।